डॉ नरेश त्रेहन ने चेताया- PM 2.5 के कणों से भी फैल रहा कोरोना, रहें डबल चौकन्ना
दिल्ली में बढ़ते हुए कोरोना संकट पर डॉक्टर्स और विशेषज्ञ लगातार लोगों को आगाह कर रहे हैं. मेदांता के चेयरमैन डॉक्टर नरेश त्रेहन ने कहा है कि अब लोगों को डबल चौकन्ना रहने की जरूरत है, क्योंकि कोरोना का अटैक दोहरे तरीके से हो रहा है.
डॉ नरेश त्रेहन ने आजतक से बातचीत में कहा कि आज के दिन में हमारे साथ दो संकट एक साथ आ गए हैं. त्योहारी सीजन में लोग बिना मास्क के एक साथ एकत्रित हुए जिससे संकट बढ़ गया. संक्रमण बहुत बढ़ा है. दूसरे प्रदूषण ने संकट को और बढ़ा दिया है. पीएम 2.5 की हवा में संख्या ज्यादा बढ़ गई है.
उन्होंने बताया कि वायरस तो फैल ही रहा है, लेकिन अब वह पीएम 2.5 के कणों के ऊपर भी वायरस लग कर आपके अंदर जा सकता है. कार्बन फेफड़े और अपर रेस्परेटरी को इरिटेट करता है. ऐसे में वायरस के लिए अटैक करना और आसान हो जाता है. इन दोनों वजहों से यह समस्या और बढ़ी है.
डॉ नरेश त्रेहन ने आगे कहा कि आज के दिन हमारे पास इलाज नहीं है. वैक्सीन आने में अब भी दो-तीन महीने का समय लगेगा. जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती है तब तक हमें सावधानी बरतनी है. किसी से मिलते जुलते वक्त, बात करते वक्त मास्क पहनकर रहना है. बात करते वक्त दो लोगों के बीच उचित दूरी बनाकर रखनी है. हाथ की सफाई रखनी है. इन तीन उपायों पर हमेशा अमल करते रहना है.
उन्होंने कहा कि खतरा दोगुना हो गया है तो एहतियात भी डबल बरतनी है. बचना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि हमारे मेडिकल सिस्टम की हालत खराब होती जा रही है. कठिन परिस्थिति पैदा होती जा रही है. अस्पातल में लोगों को बेड्स नहीं मिल पा रहे हैं. मरीजों को दाखिला नहीं मिल पा रहा है. संक्रमित लोगों की मौतें भी हो रही हैं.
डॉ नरेश त्रेहन ने कहा कि युवा अगर यह सोच रहे हैं कि उन्हें हो गया तो वो ठीक हो जाएंगे… तो यह सोच गलत है. यह गलत बात है. इसके दो पहलू हैं. कई युवाओं की जान चली गई. अगर लंग्स का प्रॉब्लम हो गया है तो वो ताउम्र साथ रहेगा. और अगर आपकी वजह से घर में कोई बुजुर्ग इस वायरस की चपेट में आया तो आप पूरी जिंदगी पछताएंगे.
डॉ. नरेश त्रेहन ने कहा कि कोरोना से बचने का सिर्फ यही उपाय है कि नियमों का पालन करें, हाथों को साफ रखें, मास्क पहनें और सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखें. अगर जनता इन बातों पर अमल करती है तो यकीनन हम कोरोना के खिलाफ अपनी जंग जरूरत जीतेंगे.
बाहर से आने वालों को सलाह
डॉ. नरेश त्रेहन ने कहा कि कई संक्रमित युवा आए जिनका लंग्स ही खराब हो गया था जिनके ठीक होने में काफी समय लगेगा या जीवन भर ऐसे ही रहे. उन्होंने बताया कि जो लोग बाहर से आ रहे हैं या ऑफिस से आ रहे हैं तो कपड़े बदले लें, नहा लें और गरम पानी में नमक डालकर गलाला कर लें. इससे इंफेक्शन की आशंका बहुत कम हो जाती है. गलाला करना काफी कारगर साबित हो रहा है. हर शख्स को अपनी हिफाजत करनी है.
मौसम के बदलते हालात की वजह से सर्दी जुकाम हो तो क्या करें, डॉ. नरेश त्रेहन ने कहा कि यदि ऐसा होता है तो 48 घंटे बाद तबीयत में सुधार आने लगता है. अगर जुकाम ठीक होने में इससे ज्यादा समय लगता है तो समीप के डॉक्टर से संपर्क करें. हमेशा डॉक्टर के संपर्क रहें. बिना डॉक्टर के कोई इलाज न लें.