अब ट्रेनों में दिखेंगी पारदर्शी बोगियां, कपूरथला RCF बना रहा है विशेष कोच, प्रकृति की खूबसूरती के होंगे दीदार
Railways News: भारतीय रेलवे एक नया कदम उठाया जा रहा है। रेलवे ट्रेनों में अब पारदर्शी बोगियां लगाएगा। ये बोगियां खास तौर पर पहाड़ी और पर्यटक पर चलने वाली ट्रेनों में लगाई जाएंगी। इससे यात्री व पर्यटक पहाड़ों की खूबसूरती व मनमोहक दृश्य के दीदार कर सकेंगे।
कपूरथला आरसीएफ पारदर्शी कोचों के निर्माण में जुटा है। कोच की बड़ी और चौड़ी खिड़कियों को जरूरत अनुसार खोला भी जा सकेगा। इनके माध्यम से बाहरी परिदृश्य की साफ झलक देखने को मिलेगी। इन कोचों की छत भी शीशे से बनी हाेंगी। मुग्ध करने वाले पहाड़ी दृश्यों का कोच में बैठे ही आनंद भी उठाया जा सकेगा।
रेलवे मंत्रालय के आदेश पर आरसीएफ डिजाइन तैयार करने में जुटा
इन डिब्बों के मुख्य आकर्षण बड़ी व चौड़ी खिड़कियाँ के अतिरिक्त यात्री अपनी आरामदायक सीटों को ट्रेन की दिशा के अनुसार 180 डिग्री एगल तक घुमा भी सकेंगे। कोच का अंदरूनी हिस्सा खूबसूरत एफआरपी पैनल से सुस्सजित होगा। ये कोच सीसीटीवी और फायर अलार्म आदि जैसे आधुनिक सुरक्षा सुविधाओं से भी लैस होंगे । भारतीय रेलवे की तरफ से आरसीएफ को उत्तर भारत के प्रमुख पर्यटक यात्रा मार्ग कालका शिमला रेल के लिए अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं वाले कोचों का निर्माण करने के लिए कहा गया है।
आरसीएफ ने इस पर कार्य शुरु करते हुए डिजाइन तैयार किया जा रहा है, जिसका पहला कोच दिसंबर तक तैयार करने का लक्षय है। रेल कोच फैक्ट्री कालका-शिमला रेलवे के लिए 30 नैरो गेज विस्टाडोम डिब्बों का निर्माण करेगी। आरसीएफ ने एलएचबी तकनीक पर आधारित नए कोचों के लिए शुरुआती डिजाइन तैयार किए हैं।
इन डिब्बों के लिए स्टेनलेस स्टील के हल्के वजन वाले शेल डिज़ाइन के अलावा बड़ी खिड़कियों और छत पर शीशे के विस्टाडोम तैयार किए गए हैं। नए शेल के अलावा, बोगियों को अपग्रेड करने और ब्रेक सिस्टम में सुधार की योजना बनाई गई है जिससे गाड़ी की मौजूदा 25/35 किमी प्रति घंटे से 40/55 किमी प्रति घंटे की गति क्षमता में उल्लेखनीय सुधार लाने में मदद मिल सकेगी।
आरसीएफ के महाप्रबंधक रवीन्द्र आनंद ने बताया कि उपरोक्त विशेषताओं के अलावा, प्रत्येक सीट के लिए रेस्तरां की तरह स्नैक टेबल की व्यवस्था , ऑटोमेटिक दरवाजे आदि इन डिब्बों की मुख्य विशेषता होगी । आरसीएफ द्वारा प्रतिष्ठित कालका शिमला रेलवे ट्रैक के लिए इन नैरो गेज डिब्बों के निर्माण से कालका शिमला रेल मार्ग में देखने के लिए एक जादुई दृश्य प्राप्त होगा ।
डिज़ाइन के फाइनल होने के बाद आरसीएफ एग्जीक्यूटिव एसी चेयर कार, एसी द्वितीय श्रेणी की चेयर कार, जनरल सिटिंग और एसएलआर कोचों की मैन्युफैक्चरिंग भी शुरू करेगा । इन कोचों का पहला प्रोटोटाइप रेक इस साल दिसंबर तक तैयार हो जाएगा।