किन्नरों ने लिया कोरोना का टीका, उपायुक्त ने आइटीडीए भवन में लगाया विशेष शिविर
जमशेदपुर समाहरणालय परिसर में मंगलवार को ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए विशेष टीकाकरण शिविर लगा, जिसमें समुदाय के प्रतिनिधियों ने कोरोना का टीका लिया। आइटीडीए भवन सभागार में उपायुक्त सूरज कुमार की पहल पर आयोजित इस शिविर को लेकर ट्रांसजेंडर समुदाय के प्रतिनिधियों ने उपायुक्त का आभार जताते हुए उन्हें अपनी समस्या से भी अवगत कराया। इस मौके पर ट्रांसजेडर समुदाय की अन्य समस्याओं जैसे पेंशन, राशन कार्ड, आवास आदि से उपायुक्त को अवगत कराया गया जिस पर उन्होंने यथोचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
इस मौके पर उपायुक्त ने कहा कि भारतीय संविधान के मुताबिक केंद्र व राज्य सरकार समावेशी नीति पर काम करती है। इसके तहत समाज के हरेक वर्ग को बराबरी का महत्व दिया जाता है। उन्होंने बताया कि किन्नर समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात कर टीकाकरण के लिए ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग में आ रही परेशानी से अवगत कराया था। किन्नर समुदाय के लोगों में तकनीकि जानकारी का अभाव एवं पर्याप्त संख्या में स्मार्ट फोन की कमी के कारण ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग में समस्या आ रही थी तथा इस वर्ग का पब्लिक इंटरैक्शन भी ज्यादा है, जिसे देखते हुए जिला प्रशासन ने निर्णय लिया कि किन्नर समुदाय के लिए विशेष कैंप लगाकर टीकाकरण से आच्छादित किया जाएगा, ताकि समावेशी व्यवस्था को प्रतिमूर्ति के रूप में स्थापित किया जा सके।
उपायुक्त ने बताया कि किन्नर समुदाय के सामने आने वाली अन्य समस्याओं से भी वे अवगत हुए। किन्नर समुदाय ने सामुदायिक भवन बनाने की मांग रखी, जिसे जल्द ही इसे मूर्त रूप देने का प्रयास किया जाएगा। इसके साथ ही साथ पेंशन व राशन कार्ड से वंचित इस समुदाय के लोगों को इसका लाभ देने के लिए उपायुक्त ने कैंप लगाकर आच्छादित करने की बात कही। उन्होंने बताया कि कैंप लगाकर एक-दो दिन के भीतर ही समस्त जनों तक पेंशन-राशन का लाभ पहुंचाएंगे। कुछ राज्यों में इस समुदाय को आवास उपलब्ध कराया गया है, वहां की नीतियों को देखते हुए इनकी आवाज को पूर्वी सिंहभूम जिला से सक्षम उच्च अधिकारी तक पहुंचाएंगे।
उपायुक्त ने बताया कि किन्नर समुदाय के जीविकोपार्जन के लिए इस समुदाय के पढ़े-लिखे लोगों को नौकरी में भागीदारी के लिए सक्षम अधिकारी से बातचीत करने के साथ-साथ अशिक्षित लोगों के लिए भी जिले के बुद्धिजीवी वर्ग, औद्योगिक क्षेत्र या होटल व्यवसाय आदि से जुड़े लोगों से बातचीत कर रहे हैं, ताकि इनके लिए भी रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके। सार्वजनिक क्षेत्र, हॉस्पिटल आदि में पुरूष, महिला के अतिरिक्त ट्रांसजेंडर के लिए अलग कतार व्यवस्था पर भी जिला प्रशासन संवेदनशील होकर विचार कर रहा है। वहीं खुशियों के मौके पर किन्नर समुदाय द्वारा किए जाने वाली रस्म अदायगी को लेकर कई जगहों (फ्लैट, अपार्टमेंट) पर जाने से रोका जाता है, इस समस्या को लेकर उपायुक्त ने आश्वस्त किया कि निश्चित ही समाज के अन्य वर्ग के साथ इसके लिए गोष्ठी एवं वार्तालाप होनी चाहिए, तभी इसका समावेशी समाधान निकल पाएगा। स्कूल एवं कॉलेज में एडमिशन से जुड़ी समस्याओं को लेकर उपायुक्त ने कहा कि इस दिशा में कॉलेज व स्कूल प्रबंधन के साथ बैठक कर भावनाओं से अवगत कराएंगे। उपायुक्त ने ना सिर्फ जिला एवं राज्यवासी बल्कि समस्त देशवासियों से अपील करते हुए कहा कि किन्नर समुदाय से भेदभाव नहीं करें, हर अपेक्षित सहयोग इन्हें दें तभी जाकर हम इनके भविष्य को संवारते हुए बेहतर भारत बना पाएंगे।
इस अवसर पर एसडीएम धालभूम सह वैक्सीनेशन कोषांग के प्रभारी संदीप कुमार मीणा, वैक्सीनेशन कोषांग के नोडल सह जिला आपूर्ति पदाधिकारी राजीव रंजन, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार भी मौजूद रहे।