लंबित मांगों के समर्थन में जुट रहे कालसी के प्रधान
ब्लाक सभागार कालसी में ग्राम प्रधान संगठन की बैठक हुई, जिसमें मानदेय बढ़ाने व ग्राम्य विकास से जुड़े कई मुद्दों पर विचार मंथन किया गया। संगठन ने कहा कि कई साल से ग्राम प्रधान 12 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रयासरत हैं, लेकिन शासन स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं होने से आक्रोश बढ़ रहा है। संगठन ने मांगें पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी।
विकासखंड कालसी के ब्लाक सभागार में ग्राम प्रधान संगठन की बैठक में संगठन अध्यक्ष जवाहर सिंह चकित ने कहा कि प्रधान संगठन की कई साल से 12 सूत्रीय मांगों पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है, जिससे प्रधानों में नाराजगी है। उन्होंने कहा कि मनरेगा की कनिष्ठ अभियंता हड़ताल से लौट चुके हैं, एक माह का समय बीत जाने के बाद भी मनरेगा के नए प्राक्कलन तैयार नहीं किए जा रहे हैं। इससे ग्राम पंचायतों में काम प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानों का मानदेय बढ़ाया जाए, इसके लिए प्रधान संगठन कई बार आंदोलन कर चुका है। संगठन अध्यक्ष चकित ने कहा कि ब्लाक में ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम पंचायत अधिकारी रोस्टर के अनुसार मात्र दो दिन बैठते हैं, जो बेहद कम है। ब्लाक में 111 ग्राम पंचायतें हैं, यहां के ग्रामीण ब्लाक में परिवार रजिस्टर, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र व कई अन्य कार्य से भी आते हैं, लेकिन पंचायत सेक्रेटरी नहीं मिलने की वजह से उन्हें निराश लौटना पड़ता है। ग्राम प्रधान संगठन ने खंड विकास अधिकारी और ब्लाक प्रमुख मठोर सिंह से ब्लॉक में ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम पंचायत अधिकारी के बैठने के चार दिन निर्धारित करने की मांग की। ब्लाक प्रमुख ने दिन निश्चित करने का आश्वासन दिया। इस मौके पर कनिष्ठ उप प्रमुख रितेश असवाल, प्रधान संगठन महासचिव अनिल तोमर, प्रधान श्रीचंद चौहान, चंद्र विजय चौहान, गजेंद्र चौहान, रवि वर्मा, अनिल चौहान, अरविद बिष्ट, संजीव चौहान, राजेंद्र चौहान, नवीन भट्ट, प्रियंका, गंभीर राय, प्रीतम चौहान, डीपीओ अभिनव गुप्ता, कनिष्ठ अभियंता गंभीर चौहान, सुनील चौहान आदि मौजूद रहे।