सीएम धामी नए एजेंडे और उम्मीदों के साथ पहुंचे दिल्ली, शनिवार को पीएम से मुलाकात का कार्यक्रम
उत्तराखंड के विकास को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भावी एजेंडा जल्द सामने आएगा। धामी इस एजेंडे और नई उम्मीदों के साथ शुक्रवार रात्रि अपने पहले दौरे पर दिल्ली पहुंच गए। कोरोना की तीसरी लहर से मुकाबले के साथ ही विकास और जन कल्याण के कार्यों को अल्प समय में पूरा करने की चुनौती को ध्यान में रखकर मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव डा एसएस संधू समेत आला अधिकारियों की टीम भी दिल्ली दौरे पर है। शनिवार को धामी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात का कार्यक्रम तय है। कोरोना संकट के बीच कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तराखंड का रुख तय करने के लिए धामी केंद्रीय नेतृत्व से मार्गदर्शन ले सकते हैं।
प्रदेश के सबसे युवा मुख्यमंत्री के रूप में बीती चार जुलाई को शपथ लेने वाले पुष्कर सिंह धामी के सामने शुरुआती दौर से ही चुनौतियां मुंहबाए खड़ी हैं। नेतृत्व की बागडोर युवा को सौंपने से नाराज हुए वरिष्ठों को मुख्यमंत्री धामी मना चुके हैं। कोरोना की दूसरी लहर का घातक रूप देख चुके प्रदेश के सामने अब तीसरी लहर का खतरा है। इससे निपटने को चाक-चौबंद व्यवस्था के लिए केंद्र सरकार से मदद की दरकार है, साथ में लंबे समय से धीमे पड़े विकास कार्यों को गति देना जरूरी हो गया है। कोरोना संकट काल में सीमित आर्थिक संसाधन वाले उत्तराखंड को मुश्किलों से जूझना पड़ रहा है।
युवा मुख्यमंत्री इन हालात को केंद्र सरकार के समक्ष पुरजोर तरीके से रखेंगे। दिल्ली दौरे के मकसद के पीछे इसे भी बड़ी वजह बताया जा रहा है। हालांकि मुख्यमंत्री बनने के बाद धामी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ यह पहली शिष्टाचार भेंट होगी। शनिवार को दिल्ली में दोपहर 11.45 बजे धामी प्रधानमंत्री मोदी और एक बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से तीन बजे, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से शाम पांच बजे, भारी उद्योग मंत्री डा महेंद्रनाथ पांडेय से साढ़े पांच बजे और नवीन एवं नवीकरण ऊर्जा मंत्री राजकुमार सिंह से शाम छह बजे मुलाकात का कार्यक्रम तय है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ भी उनकी भेंट होनी है।
दिल्ली दौरे के लिए मुख्यमंत्री धामी ने खास तैयारी भी की है। उनके साथ मुख्य सचिव डा एसएस संधू के अलावा मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव आनंद बद्र्धन, अपर प्रमुख सचिव अभिनव कुमार व सचिव शैलेश बगोली की टीम भी रहेगी। केंद्रीय मंत्रियों के साथ मुलाकात में उनके सामने राज्य की जरूरत का खाका प्रस्तुत किया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह से मुलाकात को प्रदेश के भावी एक्शन प्लान के लिहाज से खास माना जा रहा है। 2022 के चुनाव में कम वक्त है। धामी को पार्टी हाईकमान की ओर से रणनीतिक टिप्स भी मिलने के संकेत हैं।
कोश्यारी से की मुलाकात
शुक्रवार रात्रि दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री धामी ने महाराष्ट्र सदन में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से शिष्टाचार भेंट की। दरअसल कोश्यारी उनके राजनीतिक गुरु हैं। कोश्यारी शुक्रवार रात्रि दिल्ली में थे और शनिवार को उनका मुंबई वापसी का कार्यक्रम है। लिहाजा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली पहुंचते ही सबसे पहले उनसे भेंट की। धामी की युवा मुख्यमंत्री के तौर पर ताजपोशी के पीछे कोश्यारी की भूमिका अहम मानी जाती है। कोश्यारी के उत्तराखंड का मुख्यमंत्री रहते हुए धामी उनके ओएसडी की भूमिका में रह चुके हैं। भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर धामी की तेजतर्रार नेता के तौर पर छवि उभरी थी। धामी की इस पिछली पारी को तराशने का श्रेय कोश्यारी के खाते में जाता है।
मुख्यमंत्री धामी ने दिल्ली पहुंच राज्यपाल कोश्यारी से की मुलाकात
राज्य ब्यूरो, देहरादून: शुक्रवार रात्रि दिल्ली पहुंचे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महाराष्ट्र सदन में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से शिष्टाचार भेंट की। कोश्यारी उनके राजनीतिक गुरु हैं।
कोश्यारी शुक्रवार रात्रि दिल्ली में थे और शनिवार को उनका मुंबई वापसी का कार्यक्रम है। लिहाजा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली पहुंचते ही सबसे पहले उनसे भेंट की। धामी की युवा मुख्यमंत्री के तौर पर ताजपोशी के पीछे कोश्यारी की भूमिका अहम मानी जाती है। कोश्यारी के उत्तराखंड का मुख्यमंत्री रहते हुए धामी उनके ओएसडी की भूमिका में रह चुके हैं। भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर धामी की तेजतर्रार नेता के तौर पर छवि उभरी थी। धामी की इस पिछली पारी को तराशने का श्रेय कोश्यारी के खाते में जाता है।