प्रमाण पत्र न दिए जाने से नाराज पीआरडी प्रशिक्षितों ने किया प्रदर्शन
पीआरडी प्रशिक्षितों ने प्रशिक्षण प्रमाण पत्र नहीं दिए जाने के विरोध में युवा कल्याण निदेशालय पर प्रदर्शन किया। उन्होंने पीआरडी नियमावली के मुताबिक 15 दिवसीय प्रशिक्षण देने के बाद ट्रेनिंग का प्रमाण पत्र जारी करने की मांग की। उन्होंने अपनी मांग से संबंधित एक पत्र भी युवा कल्याण व पीआरडी निदेशक को सौंपा है।
पछवादून व जौनसार बावर की विकासनगर, कालसी, चकरता व त्यूणी तहसील के निवासी पीआरडी प्रशिक्षितों ने देहरादून स्थित युवा कल्याण विभाग व पीआरडी निदेशालय पर प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि 2021 में ब्लाक स्तर पर आयोजित की जाने वाली पीआरडी ट्रेनिंग में उन्होंने प्रतिभाग किया था। 15 दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात उनसे कोरोना काल के लिए लगाए गए कोविड कफ्र्यू व हरिद्वार में चले कुंभ के आयोजन में सेवा भी ली गई। उनका कहना है प्रशिक्षण के इस बैच से संबंधित काफी संख्या में युवा इस समय पीआरडी जवानों के रूप में विभिन्न विभागों में अपनी सेवा दे रहे हैं। लेकिन बावजूद इसके उन्हें प्रशिक्षण के बाद दिया जाने वाला प्रमाण पत्र नहीं सौंपा गया है।
उन्होंने कहा प्रमाण पत्र नहीं होने की स्थिति में आने वाले समय में आवश्यकता पड़ने पर वह पीआरडी के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान नहीं कर सकेंगे। उन्होंने युवा कल्याण विभाग के निदेशक से 15 दिवसीय प्रशिक्षण के प्रमाण पत्र जारी करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कमलेश भटट, महेंद्र सिंह चौहान, गोपाल तोमर, राजेंद्र सिंह, रविंद्र कुमार, रोहित, नवीन बिष्ट, उदय रावत आदि मौजूद रहे।