लच्छीवाला ओवर ब्रिज को मजबूती देने को लगाए जा रहे लोहे के गाटर
लच्छीवाला ओवरब्रिज की दीवारों को सपोर्ट देने के लिए कार्यदायी संस्था लोहे के गाटर लगा रही है। यह प्रयोग दीवारों को कितना मजबूती देगा, यह आने वाला समय ही बताएगा। लच्छीवाला ओवरब्रिज लिंक मार्ग पर 18 जून को बरसात की पहली बारिश से पुल की एप्रोच रोड धंस गई थी वहीं सेफ्टी दीवार में दरारें आ गई थी। एहतियात के चलते नेशनल हाईवे के अधिकारियों ने मार्ग को यातायात के लिए बंद कर दिया था। इन दिनों लच्छीवाला ओवरब्रिज लिंक मार्ग पर धंसी सड़क को दुरुस्त किया जा रहा है। वहीं पुल के नीचे मंदिर के सामने की साइड में सीमेंट की कंक्रीट वाली दीवार बनाकर उसे दुरुस्त भी किया जा रहा है। किया जा रहा है।
इतना ही नहीं लच्छीवाला रेलवे अंडर बाईपास की ओर से आने वाले मार्ग के नीचे ओवरब्रिज की दरकी दीवारों को सपोर्ट देने के लिए लोहे के गाटर लगाए जा रहे हैं। कार्यदाई संस्था का यह प्रयोग कितना सार्थक सिद्ध होता है। यह आने वाला समय ही बताएगा। उधर उप जिलाधिकारी डोईवाला लक्ष्मी राज चौहान ने बताया कि नेशनल हाईवे के अधिकारियों के अनुसार दरकी दीवार को सपोर्ट देने के लिए एडिशनल सेफ्टी सुरक्षा देने के लिए लोहे के गाटर लगाए जा रहे है। उन्होंने बताया कि लच्छीवाला ओवरब्रिज से यातायात खोलने के लिए तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं।
रेलवे की भूमि से हटाए 32 अतिक्रमण
ऋषिकेश-श्यामपुर के बीच रेलवे की भूमि पर हुए 32 अतिक्रमण रेलवे ने हटा दिए हैं। विगत दिनों रेलवे ने इन अतिक्रमणों को चिह्नित कर स्वयं अतिक्रमण हटाने के नोटिस दिए थे। मगर, नोटिस के बाद भी अधिकांश व्यक्तियों ने अतिक्रमण नहीं हटाए थे। विगत माह रेलवे पुलिस ने अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया था। दो दिन की कार्यवाही में रेलवे पुलिस ने दो दर्जन से अधिक अतिक्रमण ध्वस्त किए थे। मगर, इस बीच कुछ व्यक्तियों ने अतिक्रमण हटाने के लिए दस दिन का समय मांगा था। बुधवार को समय पूरा होने पर आखिर रेलवे पुलिस ने रेलवे की भूमि पर हुए अतिक्रमण पर कार्रवाई की। रेलवे पुलिस ने स्थानीय पुलिस की मदद से बुधवार की सुबह अतिक्रमण के खिलाफ अभियान शुरू किया।
इस दौरान टीम ने 10 पक्के व 22 कच्चे निर्माणों को ध्वस्त किया। रेलवे पुलिस के प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि अब ऋषिकेश से श्यामपुर तक रेलवे की समस्त भूमि अतिक्रमण मुक्त कर दी गई है। अतिक्रमण हटाओ अभियान में चौकी प्रभारी श्यामपुर राम नरेश शर्मा, रेलवे के लाइन इंजीनियर बूटन ङ्क्षसह चौहान आदि शामिल थे।