लॉकडाउन में मलेरकोटला के छात्र की क्रिएटिविटी, कबाड़ से तैयार की बिना पेट्रोल-डीजल के चलने वाली मोटरसाइकिल
लाकडाउन दौरान जहां स्कूल बंद होने से बच्चों द्वारा अधिक खाली समय टीवी, मोबाइल, अखबारों व खेलकूद में व्यतीत किया। वहीं मालेरकोटला शहर के 12वीं कक्षा पास छात्र द्वारा बैटरी से चलने वाली मोटरसाइकिल बनाकर लोगों को अचंभे में डाल दिया है। इसकी चारों तरफ चर्चा हो रही है।
बाइक तैयार करने वाले नौशाद ने बताया कि बढ़ती तेल की कीमतों को देखते हुए उसके मन में सस्ते व बगैर किसी तेल से चलने वाला वाहन बनाने का विचार आया। नौशाद ने बताया कि बैटरी से चलने वाली बाइक तैयार करने के लिए उसने इंटरनेट की मदद से तकनीक सीखी। कुछ सामान कबाड़ से खरीद लिया व कुछ समान आनलाइन तरीके से मंगवा लिया। करीब दो महीने की सख्त मेहनत के बाद मोटरसाइकिल तैयार हो गया।
40 हजार रुपये आया खर्च, आठ घंटे में चार्ज हो बाइक की बैटरी
उसने बताया कि बैटरी वाले मोटरसाइकिल पर करीब 35 से 40 हजार रुपये खर्च हुआ है, क्योंकि कुछ सामान महंगा मिला। यह मोटरसाइकिल सात से आठ घंटों में चार्ज होकर करीब 60 किलोमीटर तक चलती है। इसमें 48 वोल्टेज की बैटरी फिट की गई है।
कई कंपनियों से आ रहे आफर
नौशाद ने बताया कि इस प्रकार के मोटरसाइकिल तैयार करने के लिए कई प्राईवेट कंपनियों ने उससे सिफारिश की है, लेकिन वह भविष्य में बैटरी से चलने वाले स्कूटर व मोटरसाइकिल तैयार करना चाहता है। इसके लिए वह इस तकनीक को और बेहतर तरीके से विकसित करेगा।