धीमे टीकाकरण, कोरोना नियमों में ढील से घातक हुआ डेल्टा वैरिएंट
दुनियाभर में टीकाकरण की धीमी रफ्तार, कोरोना नियमों में ढील देने की जल्दबाजी और लोगों की मास्क नहीं पहनने जैसी लापरवाही के चलते कोरोना का डेल्टा वैरियंट ज्यादा घातक होता जा रहा है। डब्ल्यूएचओ की पिछले हफ्ते आई चेतावनी का भी लोगों में अधिक असर नहीं दिख रहा है।
अमेरिका रोग नियंत्रण एवं संरक्षण केंद्र के निदेशक डॉ रॉशेल वेलेंस्की ने बृहस्पतिवार को कहा, दुनियाभर में टीकाकरण तो हो रहा है लेकिन व्यापक दायरे में इसको लेकर कई मुश्किलें भी सामने आ रही हैं। जिसका फायदा डेल्टा वैरियंट उठा रहा है और दिनोंदिन पांव पसारता जा रहा है। यह मूल कोविड-19 वायरस की तुलना में तेजी से फैलता है। ऐसे में इस पर नियंत्रण करना कठिन और चुनौतीपूर्ण है।
उन्होंने कहा, हालांकि पश्चिमी देशों के टीके इस वैरियंट की रोकथाम में काफी हद तक प्रभावशाली हैं लेकिन लोगों की लापरवाही इसमें अड़ंगा लगा रही है।
कोरोना के खतरों के बीच यूरोप के कुछ देशों ने यात्रा करने वालों के क्वारंटीन नियम में ढील दी है तो ऑस्ट्रेलिया के कई शहरों में मामले बढ़ने के बाद लॉकडाउन फिर लगाया गया है। इसी तरह जापान में ओलिंपिक्स की तैयारी भी एक बड़ी चुनौती है क्योंकि दुनिया भर से पहुंच रहे खिलाड़ियों में कुछ संक्रमित हैं। इससे संक्रमण का खतरा फिर बढ़ रहा है।
पर्याप्त टीकाकरण वाले देशों पर भी खतरा
वेलेंस्की ने कहा, डेल्टा वैरियंट उन देशों की चिंता का भी बड़ा कारण है जहां पर्याप्त टीकाकरण हो चुका है और इसकी औसत गति भी बेहतर है। क्योंकि इन देशों में टीकाकरण के साथ ही कोरोना पाबंदियों में ढील भी अधिक हैं। जिसका फायदा डेल्टा वैरियंट उठा रहा है।