देश के 377 जिलों में संक्रमण दर पांच फीसदी से कम, 22 दिन से देश में नए मामले कम, स्वस्थ्य ज्यादा हो रहे मरीज 

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इस समय 377 जिलों में संक्रमण दर पांच फीसदी से भी कम है। सात मई के आंकड़ों से तुलना करें तो दैनिक मामलों में 68 फीसदी गिरावट दर्ज की गई है। सात मई को सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए थे। 66 फीसदी नए मामले प्रभावी रूप से पांच राज्यों से सामने आ रहे हैं। यह इस बात का संकेत हैं कि वायरस को स्थानीय रूप से नियंत्रित करने में सफल रहे हैं।

शुक्रवार को मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव कुमार अग्रवाल ने बताया कि देश में कोरोना से ठीक होने की दर (रिकवरी रेट) में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इस समय रिकवरी दर 93 फीसदी से ज्यादा है। उन्होंने कहा कि ऐसे जिलों की संख्या लगातार घट रही है जहां रोजाना औसतन सौ नए मामले सामने आ रहे हैं। 257 जिले ऐसे हैं जहां रोज 100 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं।

वहीं नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि ऑवर वर्ल्ड इन डाटा के अनुसार भारत में ऐसे लोगों की संख्या 17.2 करोड़ है जिन्हें टीके की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है। हमने अपने देश में वैक्सीन की पहली खुराक पाने वाले लोगों की संख्या के मामले में अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है। मंत्रालय ने कहा कि देश में 60 फीसदी से अधिक बुजुर्गों को कोरोना वायरस वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लगाई जा चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अगर कन्टेनमेंट मानकों, कोविड के अनुरूप व्यवहार या टीकाकरण की रफ्तार में कमी आई या ढिलाई बरती गई तो मामले फिर बढ़ सकते हैं। हमें यह सुनिश्चित करने के लिए समय की जरूरत है कि कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण की हाई कवरेज पा ली गई है।

दरअसल पिछले कई दिनों से दैनिक मामले कम हो रहे थे, जिसके चलते कई राज्यों ने अपने यहां अनलॉक की प्रक्त्रिस्या शुरू कर दी है। वहीं कई राज्य ऐसे भी हैं, जहां कोविड-19 की वजह से लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाया जा रहा है। महाराष्ट्र और कर्नाटक में अभी लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने का फैसला लिया गया है। वहीं यूपी, दिल्ली समेत कई राज्यों में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई है। वहीं दिल्ली में कंपनियों के खुलने से अब प्रवासी मजदूरों ने आना शुरू कर दिया है।

एक ही दिन में दो लाख से ज्यादा कोरोना मरीज स्वस्थ्य
दूसरी लहर का पीक गुजरने के करीब महीने भर बाद स्थिति नियंत्रण में आती दिखाई दे रही है। पिछले एक दिन में ही दो लाख से ज्यादा संक्रमित मरीजों को स्वस्थ घोषित किया है। 22 दिन से देश में नए मामले की तुलना में स्वस्थ होने वालों की संख्या अधिक देखने को मिल रही है। इतना ही नहीं बीते 11 दिन से संक्रमण दर भी 10 फीसदी से नीचे बनी हुई है। संभावना जताई जा रही है कि अगर ऐसी स्थिति आगे भी रहती है तो इस माह के अंत तक सक्रिय मरीजों की संख्या पांच लाख से भी कम हो जाएगी जोकि अभी 16.35 लाख है।

शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले एक दिन में 1,32,364 नए मामले सामने आने के बाद कुल मामले बढ़ कर 2,85,74,350 हो गए हैं जबकि संक्रमण से स्वस्थ होने की दर 93 फीसदी से ऊपर हो गई। इनके अलावा बीते बृहस्पतिवार को देश में 2,713 मरीजों की मौत के बाद कुल संख्या 3,40,702 हो गई है जबकि इलाज करा रहे लोगों की संख्या लगातार चौथे दिन 20 लाख से कम दर्ज की गई।

मंत्रालय ने बताया कि पिछले एक दिन में 20,75,428 सैंपल की जांच की गई जिसके साथ ही जांच का कुल आंकड़ा 35,74,33,846 दर्ज किया गया। संक्रमण की दैनिक दर 6.38 फीसदी है। लगातार 11 दिनों से यह दर 10 फीसदी से कम दर्ज की गई है। वहीं साप्ताहिक संक्रमण दर घटकर 7.27 फीसदी हो गई है।

रिकवरी दर 93.08 फीसदी
मंत्रालय के अनुसार 16,35,993 सक्रिय कोरोना मरीज अभी उपचाराधीन हैं जो कुल संक्रमण का 5.73 फीसदी है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 93.08 फीसदी है। आंकड़ों की बात करें तो पिछले एक दिन में 77,420 सक्त्रिस्य मामले घटे हैं। स्वस्थ होने वालों की संख्या संक्रमित होने वालों की तुलना में लगातार 22वें दिन ज्यादा रही। अब तक स्वस्थ हुए लोगों की कुल संख्या 2,65,97,655 हो गई है जबकि संक्रमण से मृत्यु दर 1.20 फीसदी है।

सक्रिय मामले घटकर हुई 16 लाख
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि एक समय देश में सक्रिय मामलों की जो संख्या 37 लाख से ज्यादा हो गई थी वह अब घटकर 16 लाख 35 हजार हो गई है। इसका मतलब है कि स्वास्थ्य सेवाओं पर बोझ काफी कम हुआ है। हालांकि महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में अभी भी संक्रमण के मामले अधिक मिल रहे हैं। कर्नाटक में 18 हजार से अधिक मामले दर्ज किए। इसीलिए वहां लॉकडाउन भी 14 जून तक के लिए बढ़ाया है। केरल में भी 18 हजार से ज्यादा मामले मिले हैं। जबकि तमिलनाडु में एक दिन में 24 हजार मामले मिले हैं। महाराष्ट्र में 15 हजार से अधिक नए मामले सामने आए हैं।

 

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