केंद्र सरकार ने भ्रम को किया दूर, कहा- अपने हितों की अनदेखी कर दूसरे देशों को नहीं भेजा जा रहा टीका

केंद्र सरकार ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि ‘सारा संसार, हमारा परिवार’ की सोच के साथ भारत दूसरे देशों को कोरोना रोधी टीका भेज रहा है और यह कदम भारतीयों के हितों को नजरअंदाज कर नहीं उठाया गया है। राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि सोमवार तक भारत ने 71 देशों को टीके की 5.86 करोड़ खुराक भेजी है। इसमें भारत की तरफ से अनुदान में दी गई वैक्सीन के साथ ही उत्पादकों द्वारा की गई बिक्री और कोवैक्स सुविधा के तहत भेजी गई वैक्सीन शामिल है।
‘सारा संसार, हमारा परिवार’ की सोच के साथ विदेश भेजा जा रहा है टीका
उन्होंने भारत में टीकाकरण की रफ्तार को लेकर उठाए जा रहे सवालों को भी खारिज किया और कहा कि टीकाकरण की मौजूदा गति संतोषजनक है और इसको और तेज करने के लिए सरकारी और निजी स्वास्थ्य सुविधाओं में टीका केंद्रों की संख्या बढ़ाई जा रही है। हर्षवर्धन ने एक लिखित जवाब में कहा कि टीके के घरेलू उत्पादन को देखते हुए दूसरे देशों को इसकी सप्लाई की जा रही है। देश के लोगों को टीका लगाने को प्राथमिकता दी गई है और राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के लिए पर्याप्त संख्या में टीके की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर भारत के लोगों के हितों का नजरअंदाज कर विदेशों में टीका नहीं भेजा जा रहा है।इस सवाल पर कि क्या सरकार सभी नागरिकों को कोरोना का टीका मुफ्त देने पर विचार कर रही है, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सभी सरकारी अस्पतालों में कोरोना का टीका मुफ्त लगाया जा रहा है जबकि निजी अस्पतालों में इसके लिए 250 रुपये का भुगतान करना होता है।उन्होंने कहा कि कोरोना टीकाकरण पर गठित राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह ने टीके को लेकर प्राथमिकता समूहों का निर्धारण किया है।