राजस्थान में गहलोत का शक्ति प्रदर्शन, कांग्रेस विधायक दल ने सीएम के समर्थन में किया प्रस्ताव पारित
राजस्थान की सियासत में चली आ रही खींचतान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाजी मार ली है। सोमवार को कांग्रेस विधायक दल ने उनके समर्थन में प्रस्ताव पारित किया। साथ ही पार्टी ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में आस्था जताई।
मुख्यमंत्री गहलोत के सरकारी निवास पर विधायक दल की बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में कांग्रेस तथा उसके समर्थक निर्दलीय एवं अन्य विधायक मौजूद थे। पार्टी सूत्रों ने दावा किया कि कुल मिलाकर 106 विधायक इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल हुए। सचिन पायलट और उनके समर्थक इस बैठक में शामिल नहीं हुए।
उपमुख्यमंत्री तथा पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट द्वारा बागी तेवर अपना लिए जाने के मद्देनजर यह महत्वपूर्ण बैठक थी जिसमें विधायकों ने सरकार विरोधी व पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की चाहे वे पदाधिकारी हों या विधायक दल के सदस्य। प्रस्ताव में कहा गया है, ‘कांग्रेस विधायक दल पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में आस्था व भरोसा व्यक्त करता है। यह बैठक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में सर्वसम्मति से समर्थन व्यक्त करती है।’
इसके साथ ही इस प्रस्ताव में कांग्रेस पार्टी व राज्य में कांग्रेस सरकार को कमजोर करने वाले सभी अलोकतांत्रिक तत्वों की निंदा करते हुए कहा गया है कि अगर कोई पार्टी पदाधिकारी या विधायक इस तरह की गतिविधियों में संलिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए। बैठक के बाद विधायकों को बसों से दिल्ली रोड पर एक निजी होटल में ले जाया गया। पार्टी सूत्रों का कहना है कि मौजूदा संकट के निपटने तक ये विधायक वहीं रुकेंगे।