तो भाजपा के मुकाबले को कांग्रेस में युवाओं की जोड़ी जल्द संभाल सकती है मोर्चा
प्रदेश में भाजपा से मुकाबले के लिए कांग्रेस में युवाओं की जोड़ी जल्द मोर्चा संभाल सकती है, इसे लेकर चर्चाएं तेज हैं। प्रदेश अध्यक्ष पद पर प्रीतम सिंह की कुर्सी यथावत रहने की स्थिति में नेता प्रतिपक्ष पद की कमान करन माहरा को थमाई जा सकती है। हालांकि इस मामले में अभी पार्टी के भीतर रस्साकसी चल रही है। भाजपा में जिसतरह बदलाव हुआ है, उसे देखते हुए पार्टी अगले एक हफ्ते के भीतर दोनों पदों को लेकर स्थिति साफ कर सकती है।
प्रदेश में चार वर्ष से ज्यादा समय तक नेता प्रतिपक्ष के पद पर रहीं डा इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद कांग्रेस ने कद्दावर और अनुभवी नेता खो दिया। 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसे देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस महासचिव हरीश रावत को प्रदेश चुनाव संचालन समिति की कमान सौंपना तकरीबन तय माना जा रहा है। इसे लेकर पार्टी के भीतर किसी तरह का संशय नहीं बताया जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष पद के रिक्त पद पर चयन के साथ ही प्रदेश अध्यक्ष बदलने की कवायद तेज होने के बीच भाजपा में हुए बड़े बदलाव ने कांग्रेस को भी सोचने और रणनीति में बदलाव के लिए मजबूर कर दिया है।
भाजपा ने युवा मुख्यमंत्री का दांव तो खेला ही, साथ में कुमाऊं मंडल से युवा नेतृत्व को आगे करने के सियासी मायने स्पष्ट हैं। प्रदेश में भाजपा अपनी दूसरी और तीसरी पांत के नेताओं को लेकर स्थिति साफ कर ही चुकी है। युवाओं को लुभाने के लिए कांग्रेस के सामने भी नई चुनौती खड़ी हो गई है। ऐसे में पार्टी के भीतर ये मांग तेजी से उठने लगी है कि नेतृत्व की दूसरी पंक्ति के रूप में युवाओं को आगे बढ़ने का मौका दिया जाए। पार्टी नेतृत्व ने इस लाइन पर विचार किया तो प्रदेश अध्यक्ष पद पर प्रीतम सिंह को बरकरार रखे जाने की स्थिति में नेता प्रतिपक्ष पद की जिम्मेदारी करन माहरा को सौंपी जा सकती है।
माहरा वर्तमान में उपनेता प्रतिपक्ष हैं। हरीश रावत खेमे के बेहद नजदीक माने जाने वाले माहरा को प्रीतम का समर्थन भी मिला हुआ है। प्रदेश अध्यक्ष पद पर प्रीतम सिंह को बदलकर नेता प्रतिपक्ष की नई भूमिका में लाने में पेच भी है। प्रीतम पार्टी हाईकमान के सामने ये स्पष्ट कर चुके हैं कि प्रदेश अध्यक्ष उनकी पसंद का होना चाहिए। प्रीतम की चली तो प्रदेश अध्यक्ष पद पर युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे भुवन कापड़ी को भी नया अवसर मिल सकता है। फिलहाल पार्टी में युवा चेहरे को लेकर बहस तेज हो गई है। अहम बात ये है कि युवाओं को नई भूमिका के लिए दिग्गज नेता हरीश रावत की हामी की दरकार भी होगी।