लू से संबंधित बीमारियों से निपटने के लिए केंद्र ने राज्यों को किया सतर्क, स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त दवाएं सुनिश्चित करने को कहा
देश के एक बड़े हिस्से को लू की चपेट में देखते हुए केंद्र सरकार ने अलर्ट जारी किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने केंद्र और राज्यों के सभी विभागों को लू से निपटने के लिए पिछले साल जारी गाइडलाइंस का पालन करने और इससे बचने के लिए आम जनता को सतर्क करने को कहा है। स्वास्थ्य सचिव के अनुसार, मौसम विभाग ने पहले ही मार्च से मई तक पश्चिमी, मध्य और उत्तरी भारत के बड़े इलाके में सामान्य से अधिक तापमान रहने का पूर्वानुमान जारी किया था।
लू से संबंधित बीमारियों पर नजर रखने के निर्देश
इसके बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने 15 मार्च को राज्यों को इसके लिए जरूरी तैयारी करने की एडवाइजरी जारी की थी। यही नहीं राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) ने मध्य अप्रैल में सभी राज्यों को स्वास्थ्य केंद्रों पर लू से संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए पुख्ता इंतजाम करने को कहा था। वहीं इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम के तहत एनसीडीसी जिला स्तर पर लू से संबंधित बीमारियों पर नजर रख रहा है।
पर्याप्त मात्रा में दवाइयां उपलब्ध कराने के निर्देश
स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को हर दिन इससे संबंधित आंकड़े एनसीडीसी को भेजने के लिए कहा है। ताकि जरूरत के मुताबिक केंद्रीय सहायता उपलब्ध कराई जा सके। स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों से स्वास्थ्य केंद्रों पर लू से संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए पर्याप्त मात्रा में दवाइयां उपलब्ध कराने को कहा है। साथ ही पर्याप्त मात्रा में पीने का पानी भी रखने की जरूरत बताई है।
स्वास्थ्य केंद्रों को जारी रखी जाए बिजली आपूर्ति
कई राज्यों में बिजली की किल्लत के मद्देनजर स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों से स्वास्थ्य केंद्रों में अबाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा है ताकि एसी, कूलर और पंखे लगातार चलाए जा सकें। लू से बचने और इससे जुड़ी बीमारियों के इलाज के लिए एनडीसीडी ने ‘क्या करें, क्या न करें’ की विस्तृत जानकारी राज्यों से साझा की है।