राज्यसभा में बोले पीएम नरेन्द्र मोदी- 100 साल में मानव जाति ने इतना बड़ा संकट नहीं देखा

0

संसद के बजट सत्र की कार्यवाही आज भी जारी है। संसद के दोनों सदनों राज्यसभा और लोकसभा में चर्चा की जाएगी। पीएम नरेन्द्र मोदी राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दे रहे हैं।

Live Updates:

– आज देश आजादी का अमृत महोत्सव, अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष मना रहा है। राष्ट्र को दिशा देने के लिए कई प्रयास किए गए हैं। कई नई पहल की गई हैं, जबकि अच्छी पहल जारी है।

– पहले लाकडाउन के दौरान काफी विचार-विमर्श और थोड़े साहस के साथ तय हुआ कि गांवों के किसानों को लाकडाउन से छूट दी जाए। यह एक महत्वपूर्ण निर्णय था, जिसके परिणामस्वरूप महामारी के दौरान भी बंपर उत्पादकता थी।

– इस बात पर चर्चा हुई कि भारत की वजह से दुनिया पर क्या असर पड़ेगा, लेकिन देश के 130 करोड़ लोगों की इच्छाशक्ति और अनुशासन के कारण भारत के प्रयासों की दुनिया भर में सराहना हो रही है

– इस कोरोना काल में 80 करोड़ से भी अधिक देशवासियों के लिए इतने लंबे कालखंड के लिए मुफ्त में राशन की व्यवस्था की गई, ताकि ऐसी स्थिति कभी पैदा न हो कि उनके घर का चूल्हा न जले। भारत ने ये काम करके दुनिया के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है।

– 100 साल में मानव जाति ने इतना बड़ा संकट नहीं देखा। मानव जाति के लिए बड़ा संकट था। ये संकट बहरूपिया है। पूरा देश और दुनिया इसके खिलाफ लड़ाई लड़ रही है- पीएम मोदी

– राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब दे रहे हैं पीएम नरेन्द्र मोदी

– भाजपा सांसद महेश पोद्दार ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय पर अत्याचार का मुद्दा उठाया

– राज्यसभा की कार्यवाही जारी

– आम बजट 2022-23 पर आज से राज्यसभा में चर्चा की शुरुआत होगी, लोकसभा में इस चर्चा को आगे बढ़ाया जाएगा।

– ग्रामीण विकास और पंचायती राज संबंधी ससंदीय समिति, रेल संबंधी स्थायी समिति और उद्योग संबंधी स्थायी समिति की रिपोर्ट संसद के दोनों सदनों में पेश की जाएगी

– अधीनस्थ विधान समिति की रिपोर्ट लोकसभा में पेश की जाएगी

– संसद के दोनों सदनों में सभा पटल पर मंत्रालयों और विभागों से संबंधित कई महत्वपूर्ण पत्र रखे जाएंगे

– लोकसभा की संचार और सूचना प्रौद्योगिकी समिति, लोक लेखा समिति और सबआर्डिनेट लेजिस्लेशन समिति की बैठक होगी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed