नरक चतुर्दशी आज, घर के कोनों में जलाएं दीये, सुख-समृद्धि के लिए करें इनकी उपासना
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को आज नरक चतुर्दशी अथवा छोटी दीपावली के रूप में मनाया जाता है। इस दिन मृत्यु के देवता यमराज की पूजा कर घर के कोनों में दीये जलाए जाते हैं। सुख-समृद्धि के लिए हनुमान व मां लक्ष्मी की पूजा करना आज के दिन अधिक फलदायी माना गया है।
आचार्य डा. सुशांत राज के अनुसार मान्यता है कि इस दिन सुबह शरीर पर तिल का तेल लगाकर स्नान कर नरक से मुक्ति मिलती है। नरक चतुर्दशी के दिन ही हनुमान का जन्म अंजना देवी के उदर से हुआ था। हर तरह के सुख, आनंद और शांति की प्राप्ति के लिए हनुमान जी की उपासना करें। हनुमान की प्रतिमा पर सिंदूर चढ़ाएं। इसके अलावा यम की पूजा कर यमराज के निमित्त एक दीया दक्षिण दिशा की ओर मुख कर जलाएं। इस दिन अकाल मृत्यु न हो इसकी कामना की जाती है।
दीपावाली उत्सव पर छात्रों ने दी सांस्कृतिक प्रस्तुति
रुड़की के आनंद स्वरूप आर्य सरस्वती विद्या मंदिर में दीपावाली का उत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया। इस मौके पर छात्रों ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए। मंगलवार को कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए विभाग प्रचारक चिरंजीव, विद्यालय के उपाध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद कुलश्रेष्ठ, रजत अग्रवाल, प्रवीन कुमार, संजीव कुशवाह, प्रधानाचार्य अमरदीप सिंह ने किया। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभाग प्रचारक चिरंजीव ने कहा कि दीपावली का पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया। साथ ही, सभी त्योहार, उत्सवों में स्वदेशी उत्पादों का प्रयोग करें।
विद्या विकासिनी इंटर कालेज में मंगलवार को दीपावली मिलन कार्यक्रम के दौरान रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें इशिका, छवि और बानी पहले स्थान पर रहीं। विद्या विकासिनी इंटर कालेज में आयोजित दीपावली मिलन समारोह का शुभारंभ विद्यालय के प्रबंधक सतीश कुमार व प्रधानाचार्य डा. दीपक सालार ने दीप जलाकर किया। रंगोली प्रतियोगिता में छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। रंगोली प्रतियोगिता में इशिका, छवि व बानी प्रथम, निकिता, प्रभा आशा, अंशु व शिवानी द्वितीय रही, जबकि तनिशा, रितिका, पायल, खुशी, राखी, खुशबू, आकृति, तनिष्का, विशाखा व साहनी तृतीय स्थान पर रही।