बुधवार को 25 नए संक्रमित मिले, एक भी मरीज की मौत नहीं
उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में 25 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं, एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। जबकि 14 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। सक्रिय मामलों की संख्या भी बढ़कर 365 पहुंच गई है। जबकि मंगलवार को प्रदेश में 354 सक्रिय मरीज थे।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, मंगलवार को 19087 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। सात जिलों अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, नैनीताल, टिहरी और ऊधमसिंह नगर में एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है। वहीं, देहरादून में सात, हरिद्वार और पिथौरागढ़ में पांच-पांच, पौड़ी और उत्तरकाशी में तीन-तीन व रुद्रप्रयाग में दो संक्रमि सामने आए हैं।
प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 343001 हो गई है। इनमें से 329197 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7387 लोगों की जान जा चुकी है।
धीमे टीकाकरण पर तीन प्रभारियों को नोटिस
देहरादून जिले में टीकाकरण की धीमी रफ्तार पर नाराजगी जताते हुए जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार ने वैक्सीनेशन प्रभारी रायपुर, विकासनगर और सहसपुर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उन्होंने तीनों प्रभारियों को जवाब देने के लिए तीन दिन का समय दिया है। उन्होंने कहा कि अगर तीन दिन के भीतर संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो सितंबर का वेतन रोक दिया जाएगा।
जिलाधिकारी ने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण बेहद कम रहने पर यह कार्रवाई की है।
उन्होंने कहा कि टीकाकरण को बढ़ावा देने और रोजाना लक्ष्य तय करने के लिखित व मौखिक आदेशों के बावजूद कई केंद्रों पर रफ्तार नहीं बढ़ रही है। साथ ही गांवों की प्रमाणपत्र देने की संख्या भी बेहद कम है। इसके कारण जिले में लक्ष्य से काफी कम टीके लग रहे हैं। उन्होंने कहा कि रायपुर, विकासनगर और सहसपुर केंद्रों पर अगले तीन दिनों के भीतर शत-प्रतिशत टीकाकरण करने को कहा गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि टीकाकरण बेहद महत्वपूर्ण कार्यक्रम है, जिसमें लापरवाही किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से कराएं पालन
एसएसपी पी. रेणुका देवी ने दो दिवसीय कोटद्वार भ्रमण के दौरान शहर की यातायात व्यवस्था, कोतवाली और फायर सर्विस का निरीक्षण किया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों की बैठक ली और कानून, यातायात व्यवस्था दुुरुस्त करने और कोरोना गाइडलाइन का सख्ती के साथ पालन कराने के निर्देश दिए।
कोटद्वार पहुंची एसएसपी ने फायर सर्विस का निरीक्षण किया। उन्होंने अग्निशमन अधिकारी को जीवन रक्षा कार्यों के लिए समय पर घटनास्थल पर पहुंचकर घटना का निवारण करने, समय-समय पर फायर सर्विस कर्मियों की मॉक ड्रिल करने के लिए निर्देशित किया।
इसके बाद एसएसपी ने कोटद्वार कोतवाली का निरीक्षण किया। उन्होंने कोतवाली की सफाई, अभिलेखों, बैरिक, मेस, कंप्यूटर कक्षा, सीसीटीवी कैमरे आदि का निरीक्षण किया। एसएसपी ने कर्मचारियों के साथ बैठक कर पुलिस कर्मियों से अपनी बीट क्षेत्र की पूरी जानकारी रखने और आमजन के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर एएसपी मनीषा जोशी, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र सिंह बिष्ट, यातायात प्रभारी निरीक्षक शिवकुमार सिंह, सीआईयू प्रभारी निरीक्षक विजय सिंह, एफएसओ अनिल त्यागी, एसएसआई प्रदीप नेगी मौजूद थे।