हरिद्वार से सात दिन में 15391 कांवड़िएं बॉर्डर से भेजे वापस, 54 पर मुकदमा दर्ज

0
1626522385205

हरिद्वार में कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित होने के बाद बॉर्डर पर सख्ती जारी है। पिछले सात दिनों में सख्ती के चलते 15391 कांवड़ियों को पुलिस ने बॉर्डर से लौटाया है। वहीं अब तक 29 एफआईआर अलग-अलग थानों में दर्ज कर 52 लोगों को आरोपी बनाया है।

कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के चलते कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित है। कांवड़ियों को धर्मनगरी में आने से रोकने के लिए जिले में छह थाना क्षेत्रों के बॉर्डर वाले 10 स्थानों पर चेकिंग हो रही है। 24 जुलाई की मध्य रात्रि से जिले के बॉर्डर पर सख्ती बढ़ा दी गई थी। 25 जुलाई से एक अगस्त तक पुलिस ने इन बॉर्डरों से 15391 कांवडियों को वापस भेजा गया है।

 

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस के मुुताबिक श्यामपुर के चिडियापुर बॉर्डर से एक अगस्त की रात तक 581 कांवड़ियों के साथ ही 130 वाहनों को वापस भेजा गया। मंगलौर के नारसन बॉर्डर से 11139 कांवड़ियों व 1901 वाहनों को लौटाया गया है।

भगवानपुर के मंडावर बॉर्डर से 1398 कांवड़ियों 298 वाहनों को वापस किया। जबकि काली नदी बॉर्डर से 1436 कांवडियों व 141 वाहनों को लौटाया गया है। खानपुर के पुरकाजी से 216 कांवड़ियों व 54 वाहनों को बालावाली से 32 कांवड़ियों चार वाहनों और दल्लावाला से 50 कांवड़ियों व 11 वाहनों को लौटाया गया है। झबरेड़ा के गोकुलपुर बॉर्डर से 100 कांविड़यों को व बीरपुर से 34 कांवड़ियों और दो वाहनों को वापस भेजा।
महामारी एक्ट में 1116 पर कार्रवाई 
सात दिनों के भीतर पुलिस ने सामाजिक दूरी के नियमों को पालन न करने पर 1161 लोगों पर महामारी एक्ट में कार्रवाई करते हुए 11,1600 रुपये का जुर्माना वसूला है। वहीं मास्क न पहनने पर 33 लोगों पर कार्रवाई करते हुए 15500 रुपये का जुर्माना वसूला है।

15 कांवडियों को किया क्वारंटीन
पुलिस ने गंगाजल लेकर जाने वाले 15 कांवड़ियों को क्वारंटीन किया है। वहीं 54 कांवड़ियों पर अन्य कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही सात दिनों में 1,27,100 रुपये का जुर्माना वसूला गया है।

बॉर्डर पर जिला पुलिस की सख्ती लगातार जारी है। नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। कांवड़ियों के वाहनों को वापस भी भेजा जा रह है।
 – सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस, एसएसपी हरिद्वार

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed