देहरादून: राजमिस्त्री की हत्या में पुलिस के हाथ दूसरे दिन भी खाली, गला रेतकर उतारा गया था मौत के घाट
दून की कैंट कोतवाली स्थित मित्रलोक कालोनी में राजमिस्त्री अनिल की हत्या के मामले में पुलिस के हाथ दूसरे दिन भी खाली रहे। उधर, हत्या के मामले में संदिग्ध शिवा का भी अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। पुलिस लगातार राजमिस्त्री अनिल व शिवा को जानने वालों से पूछताछ कर रही है।
शिवा की तलाश को शनिवार को पुलिस ने आइएसबीटी व रेलवे स्टेशन के आसपास लगे 40 से अधिक सीसीटीवी खंगाले। इसके अलावा बस एवं ट्रेनों समेत दून के चप्पे-चप्पे पर चेकिंग अभियान चलाया गया, लेकिन उसका कोई सुराग हाथ नहीं लगा। पुलिस को शिवा के शहर में ही होने का अंदेशा है। कैंट क्षेत्र में लगे सीसीटीवी में वह पैदल ही भागता दिख रहा है, लेकिन आगे उसकी लोकेशन नजर नहीं आई। उधर, पुलिस ने शिवा के आठ-दस परिचितों से भी पूछताछ की, लेकिन उन्हें भी शिवा के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
कैंट कोतवाली के इंस्पेक्टर एश्वर्यापाल ने बताया कि शिवा का पिता नाहन में मजदूरी का काम करता है, लेकिन शिवा के अपने पिता से भी अच्छे संबंध नहीं हैं। पुलिस पैसों के लेनदेन या किसी महिला की रंजिश में हत्या की घटना को अंजाम देने का अंदेशा जता रही है।
बता दें कि शुक्रवार शाम को चकराता रोड स्थित रमाडा होटल के पीछे मित्रलोक कालोनी में राजमिस्त्री का काम करने वाले बिहार निवासी अनिल की गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद से उसके पड़ोस में रहने वाला बिहार निवासी शिवा फरार है। पुलिस उसी पर हत्या का शक जता रही है। पुलिस के अनुसार हत्या की घटना को शाम करीब साढ़े सात बजे अंजाम दिया गया था, जबकि पुलिस को मृतक की पत्नी ने सूचना रात नौ बजे दी। घटना व सूचना में डेढ़ घंटे का अंतराल होने के कारण आरोपित फरार होने में कामयाब हो गया।