केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार पर टिकी राज्य की निगाहें, उत्तराखंड को भी मिल सकता है और प्रतिनिधित्व
केंद्रीय मंत्रिमंडल के बुधवार को संभावित विस्तार पर उत्तराखंड की निगाहें भी टिकी हैं। राज्य में भी अगले वर्ष की शुरुआत में विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में माना जा रहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में उत्तराखंड को और प्रतिनिधित्व मिल सकता है। प्रदेश सरकार में नेतृत्व परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री पद से विदा किए गए तीरथ सिंह रावत का नाम मुख्य रूप से मंत्री पद के दावेदारों में शामिल बताया जा रहा है। उनके अलावा राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी, सांसद अजय भट्ट और इसी साल मार्च में मुख्यमंत्री पद से रुखसत हुए त्रिवेंद्र सिंह रावत के नाम भी चर्चा में हैं।
वर्तमान में उत्तराखंड से सांसद रमेश पोखरियाल निशंक केंद्र में शिक्षा मंत्री हैं। अब जबकि अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बदली परिस्थितियों में प्रदेश सरकार में नेतृत्व परिवर्तन हुआ है तो उम्मीद जगी है कि उत्तराखंड को भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में और जगह मिल सकती है। इसके जरिये प्रदेश में बार-बार नेतृत्व परिवर्तन को लेकर उठने वाले सवालों की आंच को भाजपा कुछ कम कर सकती है। जाहिर है कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा यह संदेश देने का प्रयास भी करेगी कि उसके लिए उत्तराखंड भी महत्वपूर्ण है।
बेहतर ढंग से करें कार्यों का निर्वहन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीसीएस अधिकारियों से दायित्वों को बेहतर ढंग से निभाने की अपेक्षा की। मंगलवार को बीजापुर राज्य अतिथि गृह में पीसीएस अधिकारियों से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी जन समस्याओं के समाधान के लिए सजगता से कार्य करें ताकि शासन-प्रशासन के प्रति आम जनता का विश्वास और अधिक मजबूत हो सके। इस दौरान पीसीएस अधिकारियों ने उन्हें अपनी समस्याओं से भी अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पीसीएस अधिकारियों की सेवा संबंधी विभिन्न समस्याओं के संबंध में विचार किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्रिमंडल के बुधवार को संभावित विस्तार पर उत्तराखंड की निगाहें भी टिकी हैं। राज्य में भी अगले वर्ष की शुरुआत में विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में माना जा रहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में उत्तराखंड को और प्रतिनिधित्व मिल सकता है। प्रदेश सरकार में नेतृत्व परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री पद से विदा किए गए तीरथ सिंह रावत का नाम मुख्य रूप से मंत्री पद के दावेदारों में शामिल बताया जा रहा है। उनके अलावा राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी, सांसद अजय भट्ट और इसी साल मार्च में मुख्यमंत्री पद से रुखसत हुए त्रिवेंद्र सिंह रावत के नाम भी चर्चा में हैं।
वर्तमान में उत्तराखंड से सांसद रमेश पोखरियाल निशंक केंद्र में शिक्षा मंत्री हैं। अब जबकि अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बदली परिस्थितियों में प्रदेश सरकार में नेतृत्व परिवर्तन हुआ है तो उम्मीद जगी है कि उत्तराखंड को भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में और जगह मिल सकती है। इसके जरिये प्रदेश में बार-बार नेतृत्व परिवर्तन को लेकर उठने वाले सवालों की आंच को भाजपा कुछ कम कर सकती है। जाहिर है कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा यह संदेश देने का प्रयास भी करेगी कि उसके लिए उत्तराखंड भी महत्वपूर्ण है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल के बुधवार को संभावित विस्तार पर उत्तराखंड की निगाहें भी टिकी हैं। राज्य में भी अगले वर्ष की शुरुआत में विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में माना जा रहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में उत्तराखंड को और प्रतिनिधित्व मिल सकता है। प्रदेश सरकार में नेतृत्व परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री पद से विदा किए गए तीरथ सिंह रावत का नाम मुख्य रूप से मंत्री पद के दावेदारों में शामिल बताया जा रहा है। उनके अलावा राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी, सांसद अजय भट्ट और इसी साल मार्च में मुख्यमंत्री पद से रुखसत हुए त्रिवेंद्र सिंह रावत के नाम भी चर्चा में हैं।
वर्तमान में उत्तराखंड से सांसद रमेश पोखरियाल निशंक केंद्र में शिक्षा मंत्री हैं। अब जबकि अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बदली परिस्थितियों में प्रदेश सरकार में नेतृत्व परिवर्तन हुआ है तो उम्मीद जगी है कि उत्तराखंड को भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में और जगह मिल सकती है। इसके जरिये प्रदेश में बार-बार नेतृत्व परिवर्तन को लेकर उठने वाले सवालों की आंच को भाजपा कुछ कम कर सकती है। जाहिर है कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा यह संदेश देने का प्रयास भी करेगी कि उसके लिए उत्तराखंड भी महत्वपूर्ण है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल के बुधवार को संभावित विस्तार पर उत्तराखंड की निगाहें भी टिकी हैं। राज्य में भी अगले वर्ष की शुरुआत में विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में माना जा रहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में उत्तराखंड को और प्रतिनिधित्व मिल सकता है। प्रदेश सरकार में नेतृत्व परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री पद से विदा किए गए तीरथ सिंह रावत का नाम मुख्य रूप से मंत्री पद के दावेदारों में शामिल बताया जा रहा है। उनके अलावा राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी, सांसद अजय भट्ट और इसी साल मार्च में मुख्यमंत्री पद से रुखसत हुए त्रिवेंद्र सिंह रावत के नाम भी चर्चा में हैं।
वर्तमान में उत्तराखंड से सांसद रमेश पोखरियाल निशंक केंद्र में शिक्षा मंत्री हैं। अब जबकि अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बदली परिस्थितियों में प्रदेश सरकार में नेतृत्व परिवर्तन हुआ है तो उम्मीद जगी है कि उत्तराखंड को भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में और जगह मिल सकती है। इसके जरिये प्रदेश में बार-बार नेतृत्व परिवर्तन को लेकर उठने वाले सवालों की आंच को भाजपा कुछ कम कर सकती है। जाहिर है कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा यह संदेश देने का प्रयास भी करेगी कि उसके लिए उत्तराखंड भी महत्वपूर्ण है।