उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों पर उमड़ रही भीड़, कोरोना संक्रमण की आशंका के चलते है ‘खतरे की घंटी’

0

कोरोना
बड़ी खबरें
राज्य चुनें
ताजा

राष्ट्रीय

स्पेशल

जागरण प्ले

दुनिया

शिक्षा

Vishwash News

मनोरंजन

जॉब्स

टेक ज्ञान

लाइफस्टाइल

बिजनेस

पॉलिटिक्स

क्रिकेट

फोटो गैलरी

ऑटो

आम मुद्दे

कैरियर

जोक्स

Book Ad
उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों पर उमड़ रही भीड़, कोरोना संक्रमण की आशंका के चलते है ‘खतरे की घंटी’
newimg/07072021/07_07_2021-msrpphoto_21806539.jpg
मंगलवार को मसूरी की माल रोड पर कई पर्यटक बिना मास्क पहने दिखाई दिए।
उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों पर भारी भीड़ उमड़ रही है। आलम यह है कि नैनीताल-मसूरी समेत तमाम प्रमुख हिल स्टेशन पूरी तरह पैक हैं। ऐसे में यह भीड़ प्रदेशवासियों को डरा रही है। कोरोना संक्रमण की आशंका के चलते पर्यटकों की भीड़ खतरे की घंटी बजा रही है।

Sunil Negi
Wed, 07 Jul 2021 09:13 AM (IST)
Facebook Twitter whatsapp

जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों पर भारी भीड़ उमड़ रही है। आलम यह है कि नैनीताल-मसूरी समेत तमाम प्रमुख हिल स्टेशन पूरी तरह पैक हैं। ऐसे में यह भीड़ प्रदेशवासियों को डरा रही है। कोरोना संक्रमण की आशंका के चलते पर्यटकों की भीड़ खतरे की घंटी बजा रही है। जबकि, इसे लेकर न तो स्वास्थ्य विभाग ही चिंतित है और न ही प्रशासन को इसकी परवाह है। उत्तराखंड में आ रहे पर्यटकों की न तो कोई चेकिंग की जा रही है और न ही जांच के लिए सैंपलिंग ही की जा रही है।

बीते एक सप्ताह से प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू की रियायत बढ़ा दी गई हैं। बाजार खुलने से लेकर आवाजाही में भी शिथिलता बरती जा रही है। कोरोना के मामले घटने के बाद दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में पर्यटक उत्तराखंड पहुंच रहे हैं। खासकर मसूरी, नैनीताल, धनोल्टी, कैम्पटी फाल, काणाताल, टिहरी झील आदि फेवरेट स्पाट बने हुए हैं। वीकेंड पर तो मसूरी और नैनीताल पूरी तरह पैक रहे। मीलों के जाम के साथ ही होटल-गेस्ट हाउस फुल होने से कई पर्यटकों को बैरंग लौटा दिया। इसके अलावा यहां बाजारों और प्रमुख पर्यटक स्थलों पर पैर रखने की भी जगह नहीं मिल रही है। ऐसे में कोरोना संक्रमण के दोबारा विकराल होने की पूरी आशंका

स्थानीय निवासियों को यही चिंता सता रही है कि कहीं अन्य राज्यों से आ रहे पर्यटक कोरोना की तीसरी लहर का कारण न बन जाएं। हालांकि, इसके लिए सरकारी महकमा ही जिम्मेदार है। पूर्व में सीमाओं पर हो रही कोरोना जांच, बाहरी राज्यों के आगंतुकों का आरटीपीसीआर रिपोर्ट लाने की अनिवार्यता में ढिलाई दी जा रही है। न तो पुलिस कर्मी ही सख्ती से चेकिंग कर रहे हैं और न तो प्रशासन की ओर से कोरोना जांच की कोई पुख्ता व्यवस्था की गई है।

नैनीताल में बिना सैनिटाइजेशन हो रही बोटिंग

कोविड कर्फ्यू में छूट मिलने और पर्यटन गतिविधियां शुरू होने पर जिला प्रशासन ने नाव संचालकों को नैनी झील में नौकायन की अनुमति दे दी। मगर संचालकों द्वारा नाव सैनिटाइज नहीं की जा रही है और न ही पर्यटकों द्वारा इसको लेकर कोई मांग की जा रही है। उधर नैनीताल के जिलाधिकारी धीराज गब्र्याल का कहना है कि कोविड प्रोटोकाल का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए सख्त दिशा निर्देश जारी किए हैं। एंट्री प्वाइंट पर आरटीपीसीआर रिपोर्ट चेक की जा रही है। यदि नियमों व दिशा निर्देशों का उल्लंघन हो रहा है तो संबंधित पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed