उत्तराखंड में शुक्रवार से भारी बारिश की चेतावनी, 50-60 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से अंधड़ की भी आशंका
उत्तराखंड में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। मानसून को दस्तक दिए दो सप्ताह से अधिक हो चुके हैं, लेकिन पिछले एक सप्ताह से न के बराबर बारिश हुई है, जिससे उमस भी बढ़ गई है। हालांकि, मौसम विभाग ने शुक्रवार को प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। खासकर पहाड़ों में मौसम दुश्वारियां बढ़ा सकती है।
प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में मौसम शुष्क है और तापमान में इजाफा हो रहा है। दिन में कहीं-कहीं हल्के बादल दिख रहे हैं, मगर बारिश नहीं हो रही है। जिससे ज्यादातर इलाकों में तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस तक ऊपर चढ़ गया है। खासकर मैदानी इलाकों में भीषण गर्मी महसूस की जा रही है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, बुधवार को मौसम शुष्क रहेगा।
रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, चमोली और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं हल्की बौछार पड़ सकती हैं, जबकि गुरुवार शाम से ज्यादातर इलाकों में काले बादल छा सकते हैं। जिससे देहरादून, पौड़ी और नैनीताल में भारी से भारी बारिश होने के आसार हैं। पर्वतीय इलाकों में कहीं-कहीं गरज के साथ भारी बारिश, मैदानों में 50 से 60 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से अंधड़ की भी आशंका है। इसको लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
दून में इस माह का सबसे गर्म दिन
मंगलवार को मैदानों में गर्मी चरम पर रही। चटख धूप के बीच कहीं-कहीं बादल भी दिखे। दून में अधिकतम तापमान 36.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक है। साथ ही इस माह में यह अब तक का सबसे गर्म दिन रहा। इसी प्रकार हरिद्वार में यह 38 से अधिक और ऊधमसिंह नगर में अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
दूसरे सप्ताह में रूठा मानसून
उत्तराखंड में इस बार मानसून ने समय से पहले दस्तक दी, लेकिन शुरुआत में तेवर दिखाने के बाद मानसून सुस्त पड़ गया। पहले हफ्ते में 40 फीसद अधिक बारिश दर्ज की गई, वहीं दूसरे सप्ताह में मेघ सामान्य से 20 फीसद कम बरसे। सामान्यत: जून में प्रदेश में औसत बारिश 172 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जाती है, जबकि इस बार 200 मिमी से अधिक बारिश हुई। सर्वाधिक बारिश चमोली (364 मिमी) में और सबसे कम उत्तरकाशी (140 मिमी) रिकार्ड की गई।
2012 में सूखा, 2013 में बाढ़
उत्तराखंड में वर्ष 2012 में जून में मेघ न के बराबर बरसे थे। पूरे माह केवल 90 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी। इसके ठीक एक साल बाद प्रदेश में आपदा आई। 2013 में जून में बारिश ने आल टाइम रिकार्ड बनाया। यहां औसत बारिश 1000 मिलीमीटर से अधिक थी। एक माह में इतनी बारिश उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार दर्ज की गई। हालांकि, इसके बाद हर साल जून में सामान्य के करीब ही बारिश रिकार्ड की गई।
119 साल पहले दिल्ली से गरम दून
जून में अधिकतम तापमान का आल टाइम रिकार्ड 119 साल पुराना है। वर्ष 1902 को चार जून इतिहास का सबसे गर्म दिन रहा। इस दिन दून का तापमान 43.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि, पिछले दस वर्षों में दून का औसत तापमान 34 डिग्री सेल्सियस रहा है। केवल 2012, 2014 और 2015 में जून में ही दून का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार गया।