बिना निगेटिव रिपोर्ट प्रवेश पर सख्ती बरकरार
खटीमा : पुलिस ने उत्तर प्रदेश सीमा से सटे मझोला बैरियर पर सुरक्षा व्यवस्था में किसी तरह की ढलाई नहीं दी है। उत्तराखंड में प्रवेश करने के लिए आरटीपीसीआर रिपोर्ट व पंजीकरण दिखाने की अनिवार्यता बनी हुई है। पुलिस के इस कड़े पहरे से बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
शासन ने कोविड कर्फ्यू के दौरान भले ही ढील दे दी हो, जल्द अन्य राज्यों के लिए बसें संचालित करने की बात भले ही कही जा रही हो, परंतु उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड सीमा के मझोला हल्दी बैरियर पर पुलिस का पहरा और सख्त हो गया है। सीमा पर बाहरी राज्यों से आने वालों पर कोई रियायत नहीं बरती जा रही है। सीमा पर तैनात सुरक्षा कर्मी बाहरी राज्यों से राज्य में प्रवेश करने वालों को आरटीपीसीआर रिपोर्ट, रैपिड एंटीजन एवं राज्य के पोटर्ल पर पंजीकरण होने के बाद ही प्रवेश करने दे रहे हैं। क्योंकि अभी दोनों राज्यों के बीच रोडवेज बसों का संचालन बंद है। सीमा पर ही उतरकर यात्री इधर-उधर से पैदल आवागमन कर रहे हैं। इसके चलते उन्हें खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। इस मौके पर पुलिस कर्मी दिगंबर सिंह, गौरव तौपवाल, दीपक कुमार, निशा बिष्ट, कुलदीप सिंह के अलावा आदि स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।
डेल्टा प्लस वैरिएंट पर तो बरती जा रही सतकर्ता
प्रदेश सरकार ने देश के कई राज्यों में डेल्टा प्लस वैरिएंट मिलने के बाद राज्य में अलर्ट जारी कर दिया है। प्रदेश की सीमाओं पर बाहर से आने वालों की संघन जांच के साथ ही अस्पतालों को तैयार रहने के लिए कहा गया है। इसी को लेकर पुलिस प्रशासन ने भी सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर रखी है।