देश में तीन करोड़ पार हुए कोरोना संक्रमित, एक करोड़ मामले सिर्फ 50 दिन में आए
देश में कोरोना की दूसरी लहर की भयावह यादों के बीच जहां संक्रमण लगातार घट रहा है, वहीं मंगलवार रात मरीजों की कुल संख्या तीन करोड़ पार कर गई। एक करोड़ केस तो महज 50 दिन में मिले हैं। भारत में पहला मरीज 30 जनवरी 2020 को मिला था। अब तक 2.89 करोड़ मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
दूसरी लहर कमजोर पड़ने और टीकाकरण का दायरा बढ़ने के बीच मंगलवार सुबह तक 42,640 नए मामले दर्ज हुए थे। यह 91 दिनों बाद 50 हजार से कम है। सक्रिय मामले भी 79 दिनों बाद सात लाख से कम हुए। भारत में 6 मई को एक दिन में सबसे अधिक 4.14 लाख मामले सामने आए थे।
टीकाकरण ने पकड़ी रफ्तार
नए दिशा-निर्देश लागू होने और राज्यों को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध होने के बाद अब टीकाकरण ने काफी तेज रफ्तार पकड़ ली है। लगातार दूसरे दिन देश में सबसे ज्यादा लोगों ने वैक्सीन ली है। मंगलवार देर शाम तक 51 लाख लोग वैक्सीन ले चुके हैं। जबकि कई केंद्रों पर देर रात तक टीकाकरण जारी रहा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि सोमवार को देश भर में 86 लाख से ज्यादा लोगों ने वैक्सीन ली थी। वहीं मंगलवार शाम छह बजे तक 51 लाख लोगों ने वैक्सीन प्राप्त की है। इसके अलावा 50 लाख लोगों ने वैक्सीन के लिए पंजीयन कराया है। मंत्रालय ने बताया कि 54 हजार से अधिक केंद्रों पर हुए टीकाकरण के दौरान 51 में से 35 लाख लोगों ने पहली खुराक ली है। इनमें सबसे अधिक 26 लाख लोगों की आयु 18 से 44 वर्ष के बीच है।
टीकों की 2.14 करोड़ से अधिक खुराक अब भी उपलब्ध
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास कोरोना के टीकों की 2.14 करोड़ से अधिक खुराक अब भी उपलब्ध है। मंत्रालय के सुबह सात बजे उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक दिन में कोरोना रोधी टीकों की 86.16 लाख खुराक लगाई गईं, जो दुनिया में अब तक एक दिन में लगाई गई खुराकों की सबसे अधिक संख्या है।
राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्त्रस्म के तहत अब तक कुल 28.87 करोड़ खुराक लगाई जा चुकी हैं। मंत्रालय ने कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) को टीकों की भारत सरकार की ओर से मुफ्त और प्रत्यक्ष राज्य खरीद श्रेणी के माध्यम से 29.35 करोड़ खुराक दी गई हैं। इसमें से कुल खपत, बर्बादी सहित, 27,20,14,523 खुराक है। मंत्रालय ने बताया क् कोरोना टीकों की 2,14,90,297 खुराकें अभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास उपलब्ध है।
कोवाक्सिन 77.8 फीसदी प्रभावी
देश के पहले स्वदेशी कोरोना टीके कोवाक्सिन क्लीनिकल ट्रायल के तीसरे चरण भी 77.8 फीसदी प्रभावी मिला है। सूत्रों के मुताबिक भारत बायोटेक ने पिछले हफ्ते भारत सरकार को तीसरे चरण क्लीनिकल ट्रायल का डाटा सौंपा था। जिस पर मंगलवार को सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी की अहम मीटिंग हुई। इसमें वैक्सीन के फेज 3 के ट्रायल के डाटा को मंजूरी दे दी गई। भारत बायोटेक ने आईसीएमआर के साथ मिलक इस टीके को विकसित किया है। वहीं डब्ल्यूएचओ के साथ भारत बायोटेक की प्री समिशन बैठक बुधवार को होगी।