पितृ दिवस: 110 वर्ष पूर्व सोनोरा ने क्यों की थी इस दिन की शुरुआत, जानिए इस दिन का इतिहास और महत्व
दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में हर साल जून के तीसरे रविवार को फादर्स डे मनाया जाता है। इस वर्ष कोरोना वायरस महामारी के बीच, फादर्स डे 20 जून, 2021 को मनाया जाएगा। पिता के योगदान और उनके बच्चों के जीवन में उनके महत्व को पहचानने के लिए इस दिन की शुरुआत की गई। यह दिन विशेष रूप से समाज में पिता द्वारा निभाई जाने वाली भूमिका का सम्मान करने और जश्न मनाने के लिए समर्पित है। लेकिन इस दिन की शुरुआत क्यों और कैसे हुई? आइए जानते हैं…
सोनोरा ने इस वजह से की थी इस दिन की शुरुआत
इस दिन की शुरुआत संभवत: अमेरिका से हुई थी। इसकी शुरुआत कैसे हुई, इसकी कई कहानियां हैं। लेकिन आज हम आपको इसकी सबसे लोकप्रिय कहानी बताने जा रहे हैं। इसकी शुरुआत वाशिंगटन में सोनोरा लुईस स्मार्ट नामक एक महिला ने की थी। छोटी उम्र में ही सोनोरा ने अपनी मां को खो दिया था। इसके बाद से सोनोरा के पिता ने ही पूरे परिवार का पालन-पोषण किया। पिता के साथ-साथ एक मां का फर्ज भी अदा किया।
1910 में पहली बार मनाया गया था पिता दिवस
वर्ष 1909 में, सोनोरा ने किसी सभा में मातृ दिवस के बारे में सुना। तब उन्हें यह विचार आया कि अगर मां की ममता के लिए एक दिन समर्पित किया जा सकता है, तो पिता के योगदान के लिए क्यों नहीं? उन्हें इसे आधिकारिक दिन बनाने के लिए संघर्ष किया। लोगों से बात की, जब जाकर कई स्थानीय पादरियों ने इस विचार को स्वीकार किया। ऐसा माना जाता है कि 19 जून 1910 को पहला अनौपचारिक फादर्स डे मनाया गया था।
कहां-कहां मनाया जाता है फादर्स डे
सभी देश एक ही तिथि पर पिता दिवस नहीं मनाते हैं। भारत, अमेरिका और कुछ अन्य देशों में जून के तीसरे रविवार (20 जून) को पिता दिवस मनाया जाता है। पुर्तगाल, स्पेन, क्रोएशिया और इटली सहित अन्य देशों ने 19 मार्च का दिन पिता को समर्पित किया है। वहीं ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, फिजी और पापुआ न्यू गिनी में सितंबर माह में पिता दिवस मनाया जाता है।