मौसम के तेवर तल्ख, बदरीनाथ हाईव जगह-जगह बंद; इन जिलों में भारी बारिश के आसार

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उत्तराखंड में मानसून रफ्तार पकड़ने लगा है। गढ़वाल से लेकर कुमाऊं मंडलों में बारिश का क्रम जारी है। मौसम विभाग ने शनिवार और रविवार के लिए प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। प्रदेश में बदरीनाथ, केदारनाथ और कैलास-मानसरोवर मार्ग बंद हैं। वहीं मलबा आने से प्रदेश में 78 संपर्क मार्ग बाधित हो गए हैं। नदियों के जलस्तर में भी वृद्धि दर्ज की जा रही है। पिथौरागढ़ के धारचूला में काली नदी चेतावनी निशान के पार बह रही है। इसके अलावा गढ़वाल में अलकनंदा, मंदाकिनी और पिंडर नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है। हालांकि अभी ये खतरे के निशान से दूर हैं। मौसम के मिजाज को देखते हुए सचिव आपदा प्रबंधन एसए मुरुगेशन ने सभी जिलाधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।

प्रदेश में 13 जून को मानसून पहुंच गया था, लेकिन इसके बाद रफ्तार धीमी पड़ गई। गुरुवार शाम से इसने गति पकड़ी। लगातार बारिश के बीच पहाड़ों से गिर रहा मलबा आवागमन में बाधा डाल रहा है। भूस्खलन के कारण बदरीनाथ हाईवे चार स्थानों पर बाधित है, जबकि केदारनाथ हाईवे पर 12 घंटे बाद आवाजाही बहाल हो पाई। दूसरी ओर कुमाऊं के पिथौरागढ़ जिले में कैलास-मानसरोवर मार्ग दसवें दिन भी नहीं खोला जा सका। पिथौरागढ़ जिले में थल-मुनस्यारी और धारचूला-तवाघाट मार्ग भी बंद हैं। जिलाधिकारी ने नदी किनारे बस्तियों में अलर्ट जारी किया है।

राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शनिवार को नैनीताल और चम्पावत जिले के लिए आरेंज, जबकि अन्य जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। केंद्र के अनुसार रविवार को देहरादून, पौड़ी, टिहरी और नैनीताल में भारी बारिश के आसार हैं।

बदरीनाथ के निकट सड़क धंसी

जोशीमठ से दस किलोमीटर दूर विष्णुप्रयाग के पास भू-धंसाव से सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे सड़क के किनारे बने टिन शेड को भी नुकसान पहुंचा है। हालांकि सड़क के एक हिस्से से वाहन आ जा रहे हैं। प्रशासन के अनुसार लगातार हो रही बारिश के कारण अभी यहां पर मरम्मत का कार्य शुरू नहीं किया गया है।

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