गुलदार के हमले में मारी गई गोदांबरी देवी के शव को गुलदार ने ग्रामीणों के बीच से चार बार खींचने का प्रयास किया। ग्रामीण सुधीर सुंद्रियाल ने बताया कि गुलदार निडर नजर आ रहा था। बताया कि ग्रामीणों की तादाद काफी अधिक थी, इसके बावजूद गुलदार ने झाड़ि‍यों से बाहर निकल शव को झपट्टा मार झाड़ि‍यों की तरफ खींचने का प्रयास किया। बताया कि इस पूरे घटनाक्रम के दौरान एक गुलदार गांव के समीप भी नजर आया। उन्होंने संभावना जताई कि गांव में दो-तीन गुलदार घूम रहे हैं।

बीस दिन में तीन हमले

ग्रामसभा डबरा में गुलदार ने पिछले बीस दिनों में तीन ग्रामीणों पर हमले किए। गुलदार ने बीती 21 मई को ग्रामसभा डबरा के तोकग्राम सुंदरई निवासी जयेश्वरी देवी पर हमला किया। हमले में जयेश्वरी देवी को हल्की चोट आई। ग्रामीणों की मांग पर गांव में पिंजरा लगाया गया, जिसमें एक गुलदार कैद हुआ। दो दिन पूर्व में गुलदार ने ग्राम डबरा के समीप एक नेपाली मजदूर पर भी हमला किया, जिसमें मजदूर को हल्की चोट आई। आज गुरुवार को गुलदार ने गोदांबरी देवी की जान ले ली।

महिला को निवाला बनाने वाला गुलदार ढेर

बुधवार सुबह करीब साढ़े दस बजे ग्राम डबरा निवासी गोदांबरी देवी पत्नी ललिता प्रसाद सुंद्रियाल को गुलदार ने निवाला बना दिया। ग्रामीणों की मांग पर बुधवार शाम वन महकमे ने गुलदार को आदमखोर घोषित करते हुए पौड़ी से शिकारी जॉय हुकिल को गांव में भेजा गया। जॉय हुकिल ने बताया कि वे करीब पौने आठ बजे घटनास्थल पर पहुंचे। जहां मृतक महिला का खून से सना एक कपड़ा पड़ा था। वे अपने साथी के साथ खेत के कोने में बैठ गए। कुछ देर बाद उन्हें खेत में सरसराहट की आवाज सुनाई दी। जैसे ही उन्होंने आवाज की ओर टार्च चमकायी खेत में गुलदार मौजूद था। टार्च की रोशनी पड़ते ही गुलदार उनकी ओर देखते हुए तेजी से दहाड़ा। इस दौरान जॉय हुकिल ने 41-वें शिकार के रूप में गुलदार पर गोली दाग दी। बताया कि मृत गुलदार की उम्र करीब छह वर्ष है व उसका एक कैनाइन टूटा हुआ था। बताया कि शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद गुलदार के आदमखोर होने के कारण का पता चल पाएगा।