ननिहाल घूमने आए थे भाई-बहन, झील में नहाते वक्त डूबने से दोनों की हुई मौत

उत्तराखंड के पौड़ी में गुरुवार शाम को दर्दनाक हादसा हो गया। विकास खंड कोट के रखूण गांव के पास स्थित गेंठीछेड़ा झरने की झील में नहाने गए भाई-बहन की डूबने से मौत हो गई। अमावस्या के दिन परिवार के दो चिराग बुझने से घर में मातम छाया हुआ है।
जानकारी के अनुसार, पौड़ी ब्लाक के सिरोली गांव के मूल निवासी प्रमोद रावत की बेटी दिव्या रावत (16वर्ष) और अमन रावत (14वर्ष) अपने ननिहाल कोट ब्लाक स्थित रखूण गांव गए थे। जहां वे शाम को गेंठीछेड़ा झरने की झील में नहाने के लिए चले गए।
नहाते वक्त पैर फिसलने से दोनों डूबने लगे। उनके साथ मामा की लड़की भी गई हुई थी। उसने दोनों को डूबता देख ग्रामीणों को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने बच्चों को झील से निकालकर 108 की मदद से जिला अस्पताल पौड़ी उपचार के लिए पहुंचाया। लेकिन डाक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद से मां, नानी व मामा समेत पूरे परिवार का रो रोकर बुरा हाल है।
जिला चिकित्सालय पौड़ी के चिकित्सा अधीक्षक डा. गौरव रतूड़ी ने बताया कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही दोनों बच्चों की मौत हो चुकी थी। दिव्या व अमन के पिता प्रमोद रावत असम राइफल में सेवारत हैं। वे इस समय मणिपुर में तैनात हैं। माता निर्मला देवी गृहणी हैं। जबकि मामा अनिल सिंह कोट ब्लाक में भाजपा के मंडल अध्यक्ष हैं।
सरयू नदी में नहाने गए पांच किशोरों की डूबने से मौत
बता दें कि बुधवार को पिथौरागढ़ में शादी के बाद बहन को विदा करने उसकी ससुराल गए दुल्हन के सगे भाई सहित पांच किशोरों की सरयू नदी में डूबने से मौत हो गई थी। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए। मृतकों में दो अपने घरों के इकलौते चिराग थे।
मंगलवार को सेराघाट रामपुर से एक बरात धौलियाइजर गई थी। परंपरा के अनुसार दुल्हन के साथ सगे भाई और एक चचेरे भाई सहित आठ किशोर उसकी ससुराल सेराघाट के रामपुर गांव आए थे।
बुधवार सुबह आठों युवक बिना बताए नहाने सरयू नदी में चले गए। पांच किशोर नहाने के लिए नदी में उतर गए जबकि तीन नदी किनारे बैठे थे। इसी दौरान नदी में उतरे पांचों युवक डूबने लगे। साथियों को डूबता देख किनारे बैठे किशोरों ने शोर मचाकर मदद मांगी तो आसपास के ग्रामीणों के साथ सेराघाट पुलिस चौकी के जवान भी मौके पर पहुंच गए।
पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से नदी में डूबे पांचों किशोरों को बाहर निकाला, लेकिन तब तक धौलियाइजर निवासी रवींद्र कुमार (15) पुत्र गोकुल राम , साहिल कुमार (15) पुत्र पूरन राम, पीयूष कुमार (15) पुत्र कृष्ण कुमार, सिमाली गांव निवासी मोहित कुमार (17) पुत्र अशोक कुमार और भैंसियाछाना अल्मोड़ा निवासी राजेश कुमार (16) पुत्र खीम राम की मौत हो चुकी थी।