दैनिक मामलों में तेज गिरावट, बीते 24 घंटे में दर्ज हुए 1.14 लाख केस, 2677 मरीजों ने गंवाई जान
देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर जारी है और दैनिक मामलों में कमी की वजह से अब कई राज्य अनलॉक की शुरुआत कर रहे हैं। इधर देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1.14 लाख मामले सामने आए हैं, जबकि 2677 मरीजों ने जान गंवाई है। वहीं कोविड-19 के मामले कम आ रहे हों लेकिन हाल ही में देश में कोरोना का एक नया वैरिएंट सामने आया है, जो मात्र सात दिनों में संक्रमित का वजन कम कर देता है। ये वैरिएंट सबसे पहले ब्राजील में मिला था लेकिन अब भारत में आने की इसकी पुष्टि हुई है। हालांकि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में वैक्सीन ही एक मात्र सहारा है लेकिन वैक्सीन की किल्लत की वजह से टीकाकरण में भी रुकावट आ रही है। कई शहरों में वैक्सीन की कमी की वजह से 18+ लोगों को टीका नहीं लगाया जा रहा है।
बीते 24 घंटे में 1.14 लाख नए केस हुए दर्ज, 2677 मौतें
देश में कोरोना के दैनिक मामलों में गिरावट जारी है। बीते 24 घंटे में देश में कोरोना वायरस के कुल 1.14 लाख मामले दर्ज किए गए। जबकि इसी दौरान 2677 मरीजों ने इस खतरनाक वायरस के आगे अपना दम तोड़ा है। कोरोना के सक्रिय मामलों की बात करें तो मौजूदा समय में इनकी संख्या 15 लाख से भी कम है।
बीते 24 घंटे में 20,36,311 का हुआ टेस्ट- आईसीएमआर
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के मुताबिक, बीते 24 घंटे में देश में 20,36,311 लोगों का सैंपल लिया गया। वहीं अब तक 36,47,46,522 लोगों का टेस्ट किया जा चुका है।
ग्रामीण इलाकों में बरपा कोरोना का कहर
कोरोना की दूसरी लहर ने देश में जबरदस्त कहर बरपाया है। रोज लाखों केस और सैकड़ों मौतों ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। फिलहाल कोरोना महामारी की दूसरी लहर धीमी पड़ रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस से मई में हुई कुल मौतों में से 52 फीसदी ग्रामीण भारत में हुई।
देश में कोरोना वायरस का एक और वैरिएंट मिला
अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा के बाद भारत में एक और नए कोरोना वैरिएंट का खुलासा हुआ है जो सात दिन में ही मरीज का वजन कम कर सकता है। वायरस का यह वैरिएंट ब्राजील में सबसे पहले मिला था लेकिन वहां से एक ही वैरिएंट के भारत में आने की पुष्टि की गई थी। अब वैज्ञानिकों ने स्पष्ट किया है कि ब्राजील से एक नहीं बल्कि दो वैरिएंट भारत में आए हैं और ये दूसरा वैरिएंट बी .1.1.28.2 काफी तेज है।
बस्ती: बिना सैंपल लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट पैक कर रहे कर्मचारी
बस्ती के महिरपुर गांव में स्वास्थ्य विभाग के सदस्यों की लापरवाही का एक मामला सामने आया है। ये सदस्य बिना सैंपल लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट कर रहे थे। जिलाधिकारी ने बताया कि उन लोगों की पहचान कर ली गई है और अब उन पर कार्रवाई होगी।
मध्यप्रदेश: बीते 24 घंटे में सामने आए 718 नए केस
मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 718 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 2,225 लोग डिस्चार्ज हुए और 38 लोगों की मृत्यु दर्ज हुई। बता दें कि मध्यप्रदेश में सक्रिय मामलों की संख्या 11344 है।
इंदौर में एक शादी में 40 लोग शामिल, प्रशासन ने की कार्रवाई
मध्यप्रदेश के इंदौर में प्रशासन ने एक होटल में हो रहे शादी समारोह में छापा मारा। किशनगंज के तहसीलदार का कहना है कि एक होटल में शादी समारोह के लिए लगभग 40 लोग इकट्ठा हुए। उन सभी ने कोरोना के नियमों का उल्लंघन किया। होटल मालिकों और दूसरों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
बीते 24 घंटे में सामने आए 267 नए मामले
मिजोरम में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 267 नए मामले सामने आए और एक मरीज की मौत हुई। पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या अब 13,567 है जिसमें 3,363 सक्रिय मामले, 10,151 डिस्चार्ज हो चुके मामले और 53 मौतें शामिल हैं।
मिज़ोरम में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 267 नए मामले सामने आए और 1 मौत हुई। पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या अब 13,567 है जिसमें 3,363 सक्रिय मामले, 10,151 डिस्चार्ज हो चुके मामले और 53 मौतें शामिल हैं: सूचना और जनसंपर्क विभाग, मिज़ोरम सरकार #COVID19 pic.twitter.com/u04uCd5cGn
दैनिक मामलों में तेज गिरावट, बीते 24 घंटे में दर्ज हुए 1.14 लाख केस, 2677 मरीजों ने गंवाई जान
देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर जारी है और दैनिक मामलों में कमी की वजह से अब कई राज्य अनलॉक की शुरुआत कर रहे हैं। वहीं कोविड-19 के मामले कम आ रहे हों लेकिन हाल ही में देश में कोरोना का एक नया वैरिएंट सामने आया है, जो मात्र सात दिनों में संक्रमित का वजन कम कर देता है। ये वैरिएंट सबसे पहले ब्राजील में मिला था लेकिन अब भारत में आने की इसकी पुष्टि हुई है। वहीं कोरोना के साथ एक और महामारी कई राज्यों में फैल रही है, जो है ब्लैक फंगस। ब्लैक फंगस को कई राज्यों ने महामारी घोषित कर दिया है और इससे कई मरीजों की जान तक गई है। कोरोना वायरस को अस्तित्व में आए डेढ़ साल से ज्यादा का समय हो गया है। हालांकि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में वैक्सीन ही एक मात्र सहारा है लेकिन वैक्सीन की किल्लत की वजह से टीकाकरण में भी रुकावट आ रही है। कई शहरों में वैक्सीन की कमी की वजह से 18+ लोगों को टीका नहीं लगाया जा रहा है।