मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा- सरकार की कोशिश, लाकडाउन की स्थिति न आए
देहरादून। प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि सरकार की पूरी कोशिश है कि लाकडाउन की स्थिति न आए। संक्रमण के मद्देनजर अस्पतालों को तैयार किया गया है। आइसीयू की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही क्वारंटाइन सेंटर भी तैयार किए जा रहे हैं। जहां नए मामले आ रहे हैं, वहां कंटेनमेंट जोन भी बनाए जा रहे हैं।
मंगलवार को मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि जब उन्होंने कार्यभार संभाला था, तब कोरोना संक्रमण के लिहाज से स्थिति काफी हद तक ठीक थी। इसके बाद धीरे-धीरे प्रदेश में स्थिति खराब होती गई। पंजाब, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश व एनसीआर में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े। वहां से लोग उत्तराखंड आए तो यहां भी संक्रमण की स्थिति बनी। प्रदेश में संक्रमितों की संख्या बढ़ी है, लेकिन लोग ठीक भी हो रहे हैं। बावजूद इसके स्थिति चिंताजनक है। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण वाले 12 राज्यों से आने वालों का निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य कर दिया है। प्रदेश में केंद्र सरकार द्वारा जारी कोविड गाइडलाइन का अनुपालन करना अनिवार्य किया गया है। मास्क व शारीरिक दूरी के मानकों का अनुपालन करने को आमजन को प्रेरित किया जा रहा है।
प्रदेश के जंगलों में आग लगने की बढ़ती घटनाओं पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वन विभाग को सजग रहने को कहा गया है। वन विभाग के सभी कर्मचारी ड्यूटी पर रहेंगे। उनकी छुट्टियों पर फिलहाल रोक लगाई गई है। अभी अल्मोड़ा, नैनीताल, पौड़ी व टिहरी जिले में आग की सबसे अधिक घटनाएं सामने आई हैं। केंद्र ने आग पर काबू पाने को दो हेलीकाप्टर दिए हैं, एनडीआरएफ की टीम भी दी गई है।
चारधाम यात्रा के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि कुंभ समाप्त होते ही चारधाम यात्रा शुरू हो रही है। इसके लिए सरकार पूरी तरह तैयार है। यात्रा के दौरान स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यात्रा मार्ग पर 108 एंबुलेंस तैनात रहेंगी। जिलाधिकारी चमोली, रुद्रप्रयाग व उत्तरकाशी को व्यवस्था दुरुस्त करने को कहा गया है।
आइसोलेशन से बाहर आते ही सुनी जनसमस्याएं
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत कोरोना संक्रमण से मुक्त होने के बाद जनता के बीच लौट आए हैं। वह 22 मार्च को संक्रमित हुए थे। आइसोलेशन में रहते हुए भी मुख्यमंत्री लगातार वर्चुअल माध्यम से बैठकें लेते हुए दिशा-निर्देश जारी कर रहे थे।
बीजापुर अतिथि गृह में आइसोलेशन पूरा करने के बाद उन्होंने मंगलवार को जनता से मुलाकात करने के साथ ही विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत की। मुख्यमंत्री सुबह भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पार्टी के स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके बाद उन्होंने रायवाला और हरिद्वार में आयोजित कार्यक्रमों में भी शिरकत की। सुबह बीजापुर अतिथि गृह में जनता से मुलाकात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता सर्वोपरि है, जनता की समस्याओं का निस्तारण करना सरकार का दायित्व है। कोशिश की जा रही है कि शिकायतों का निस्तारण स्थानीय स्तर पर ही हो जाए। इसी क्रम में वर्चुअल रात्रि चौपाल आयोजित की जा रही हैं। अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि जनता को काम के लिए अनावश्यक चक्कर न काटने पड़ें। जनता और प्रशासन के बीच संवाद कायम किया जा रहा है।