उत्तराखंड: मानसून में पिथौरागढ़ और गौचर में तैनात रहेंगे हेलीकॉप्टर, आपदा के दौरान किया जाएगा उपयोग
उत्तराखंड में मानसून के दौरान प्रदेश में एक हेलिकाप्टर पिथौरागढ़ और एक हेलीकॉप्टर गौचर में तैनात रहेगा। इनका इस्तेमाल आपदा के दौरान खोज और बचाव के लिए किया जाएगा। हेलीकॉप्टर 15 मई से लेकर 30 सितंबर तक तैनात रहेंगे
बृहस्पतिवार को सचिवालय में राज्य आपदा मोचन निधि की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने कहा कि इन हेलीकॉप्टरों का उपयोग आपात स्थिति के दौरान किया जाए। इसके साथ ही हेलीकॉप्टरों के ईंधन की व्यवस्था भी इन स्थानों पर करने का निर्देश मुख्य सचिव ने दिया।
प्रदेश में सामान्य रूप से मानसून की शुरुआत 15 जून से मानी जाती है। मानसून में सबसे अधिक प्रभाव सड़कों पर पड़ता है और नदी-नालों के उफनाने, भूस्खलन आदि के कारण कई स्थानों पर सड़कें बंद हो जाती हैं। ऐसे में हेली सेवा ही एक कारगर विकल्प लोगों के सामने बचता है।
हर जिले को पांच-पांच करोड़ जारी
प्राकृतिक आपदा से प्रभावित व्यक्तियों को सहायता, गृह अनुदान और अनुग्रह अनुदान आदि के लिए हर जिले को पांच-पांच करोड़ रुपये भी जारी कर दिए गए हैं। यह राशि जिलाधिकारियों को दी गई है। सामान्य रूप से यह बजट जून में ही सरकार जारी करती थी। इसके साथ ही हरिद्वार जिले को कुंभ के आयोजन को देखते हुए 15 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं।
लोनिवि को 30 करोड़ और जल संस्थान को 20 करोड़ रुपये मिलेंगे
विभागीय और सार्वजनिक संपत्तियों की मरम्मत एवं पुनर्निर्माण आदि कामों के लिए राज्य आपदा मोचन निधि से लोक निर्माण विभाग को 30 करोड़ रुपये और उत्तराखंड जल संस्थान को 20 करोड़ रुपये जारी करने के प्रस्ताव को भी सहमति दे दी गई है। बैठक में प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, सचिव अमित नेगी, कुमाऊं मंडलायुक्त अरविंद सिंह ह्यांकि, सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडेय, आपदा प्रबंधन सचिव एसए मुरुगेशन सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।