उत्तराखंड: हाईकोर्ट में 38676 मामले लंबित, पांच सालों में 22 फीसदी मामलों में हुई बढ़ोतरी
उत्तराखंड उच्च न्यायालय में 38,676 मामले लंबित हैं। पिछले पांच सालों में उच्च न्यायालय में मुकदमों की संख्या में 22 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। पड़ोसी राज्य हिमाचल उच्च न्यायालय की तुलना में उत्तराखंड उच्च न्यायालय में लंबित मुकदमों की संख्या काफी कम है।
हिमाचल उच्च न्यायालय में मार्च 2021 तक 76926 मुकदमे लंबित हैं। पिछले पांच साल में हिमाचल हाईकोर्ट में 59 फीसदी मुकदमें बढ़ गए। वहां हाईकोर्ट में उत्तराखंड से 49 फीसदी ज्यादा मुकदमें लंबित हैं। यह जानकारी राज्यसभा में एक आतारांकित के प्रश्न के उत्तर में विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लिखित तौर पर दी।
उत्तराखंड उच्च न्यायालय में वर्ष 2016 में 32004 मुकदमे लंबित थे। वर्ष 2017 में यह संख्या घटकर 30022 हो गई। इसके बाद के वर्षों में लंबित मुकदमों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हुई। 22 मार्च 2021 राज्य के उच्च न्यायालयमें 38676 मुकदमे लंबित थे।
रोचक तथ्य यह है कि उत्तराखंड से कम आबादी वाले पड़ोसी राज्य हिमाचल में उच्च न्यायालय में 2016 के दौरान 25,147 मुकदमे लंबित थे। 22 मार्च 2021 तक उच्च न्यायालय में लंबित मुकदमों की संख्या बढ़कर 76,926 हो गई। पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में लंबित मुकदमों की संख्या में जरूर कमी आई है। यहां हाईकोर्ट में वर्ष 2016 में 9,16046 मुकदमें लंबित थे, जो वर्ष 2021 में घटकर 7,86052 रह गए हैं।
उच्च न्यायालयों में लंबित मामले
वर्ष उत्तराखंड हिमाचल इलाहाबाद
2016 32004 25147 9,16046
2017 30022 31359 908827
2018 34049 36177 939475
2019 35407 54452 944657
2020 38676 73862 773408
2021 38676 76926 786052
नोट: 2021 के मामले 23 मार्च तक के हैं।