राजभवन कूच के लिए निकले किसान, बैरिकेडिंग तोड़ी, छावनी में तब्दील हुई राजधानी
कृषि कानूनों के खिलाफ आज देहरादून स्थित राजभवन कूच कर रहे किसानों ने पुलिस और प्रशासन की नाक मेें दम कर दिया है। शनिवार को राजभवन कूच के दौरान भानियावाला और हर्रावाला में किसानों और पुलिस के बीच नोक-झोंक हुई।
दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में उत्तराखंड संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के कार्यकर्ता आज राजभवन कूच कर रहे हैं। जिसके बाद 24 जनवरी को मंच के बैनर तले बड़ी संख्या में किसान दिल्ली में प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली में प्रतिभाग करने के लिए रवाना होंगे।
केंद्रीय कृषि कानून के खिलाफ राजभवन कूच कर रहे किसानों ने प्रदर्शन करते हुए ट्रैक्टर रैली निकाली। भानियावाला लक्ष्मी वाला ओवरब्रिज से होते हुए टोल बैरियर पहुंची ट्रैक्टर रैली को पुलिस ने रोक लिया। इस बीच प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई।
हर्रावाला बैरिकेडिंग को तोड़कर आगे बढ़ रहे किसानों को आईआईंपी फ्लाईओवर के समीप पुलिस ने रोक लिया। यहां किसानों ने खूब नारेबाजी की। किसानों के राजभवन कूच को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
किसानों ने जमकर नारेबाजी की और कृषि कानून वापस लेने की मांग की। कुछ किसान ट्रैक्टर लेकर दून शहर की ओर निकल गए। कुछ को पुलिस ने रोक लिया।
प्रदर्शनकारियों में ताजेंद्र सिंह हाजी, अमीर हसन, जाहिद अंजुम, सुरेंद्र सिंह खालसा, परमजीत सिंह, कांग्रेस जिला अध्यक्ष गौरव चौधरी, सागर मनवाल, मोहित उनियाल, गुरुदेव सिंह, उमेद बोरा आदि तमाम लोग हैं।
किसानों को रोकने के लिए देहरादून के आशारोड़ी चेक पोस्ट पर भारी पुलिस बल तैनात है।
इस दौरान किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की मांग को अनुसना कर रही है। जिसके विरोध में प्रदेश के किसान मंच के नेतृत्व में राजभवन का कूच कर सरकार को जगाने का प्रयास कर रहे हैं।
कहा कि वर्तमान में सहसपुर, विकासनगर और चकराता विधानसभा क्षेत्र के 373 किसान मंच के बैनर तले दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। 24 जनवरी को बड़ी संख्या में क्षेत्र के अन्य किसान भी ट्रैक्टर रैली में प्रतिभाग करने के लिए दिल्ली रवाना होंगे।