राजीव गांधी की जयंती पर कांग्रेस ने अपने कार्यकाल की तुलना ‘रामराज्य’ से की
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की गुरुवार यानि आज 75वीं जयंती है। इस मौके पर मध्यप्रदेश कांग्रेस को राम की याद आई है। कांग्रेस ने स्थानीय अखबारों में विज्ञापन दिया है, जिसमें दावा किया गया है कि राजीव गांधी के कार्यकाल में ही सबसे पहले ‘रामराज्य’ की नींव रखी गई थी।
विज्ञापन में कहा गया है कि 1985 में राजीव गांधी की कोशिशों से दूरदर्शन पर रामायण का प्रसारण शुरू हुआ और 1986 में उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह को राम जन्मभूमि स्थल के ताले खोलना पड़े थे।
कांग्रेस ने अपने विज्ञापन में 21वीं सदी के आधुनिक भारत के साथ ही अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की नींव रखने का श्रेय कांग्रेस के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को दिया है। कांग्रेस ने दावा किया है कि राजीव गांधी के कार्यकाल में ही सबसे पहले राम राज्य की नींव रखी गई थी। राजीव गांधी ने देश वासियों के लिए 21वीं सदी के आधुनिक भारत के निर्माण की कोशिश के साथ ही भारतीयों की आस्था और धार्मिक भावनाओं का सम्मान किया था।
कांग्रेस ने जिन बातों का जिक्र किया है, उसमें महात्मा गांधी के रामराज्य की भावना का प्रभाव राजीव पर था और उन्हीं की कोशिशों के कारण 1985 में दूरदर्शन ने रामानंद सागर के रामायण का प्रसारण शुरू किया था। 1986 में यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह को राम जन्मभूमि स्थल के ताले खोलना पड़े थे। नवंबर 1989 में राम मंदिर के शिलान्यास की अनुमति दी गई थी और तत्कालीन गृह मंत्री बूटा सिंह को शिलान्यास में शामिल होने के लिए भेजा गया था। चेन्नई में राजीव गांधी ने अपनी आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि राम मंदिर अयोध्या में ही बनेगा।
बता दें कि हाल ही में कांग्रेस ने राम मंदिर के भूमिपूजन पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में जश्न मनाया था और आतिशबाजी की थी। साथ ही भूमिपूजन से एक दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने घर पर हनुमान चालीसा का पाठ भी करवाया था।