भारत-चीन के बीच कल कोर कमांडर स्तरीय वार्ता, सेना के पीछे हटने के दूसरे चरण पर होगी चर्चा
भारत-चीन के बीच जारी गतिरोध को दूर करने के लिए मंगलवार को कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता होगी। पूर्वी लद्दाख के चुशुल में कल होने वाली वार्ता मुख्य रूप से वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से सेना के पीछे हटने के दूसरे चरण पर केंद्रित होगी।
भारत और चीन की सेनाओं के बीच 30 जून को तीसरी कमांडर स्तर की वार्ता में सीमा विवाद और जवानों को पीछे हटने को लेकर सहमति बनी थी। इस पर दोनों देशों ने प्रभावी उपायों के साथ प्रगति की है। गलवां घाटी में चीनी सैनिक अपने स्थान से पीछे हटे हैं और भारतीय सेना भी अपने स्थान से पीछे हटी है।
मंगलवार को लद्दाख में होने वाली बैठक को लेकर भारतीय सेना ने इस बैठक के सकारात्मक रहने की उम्मीद भी जताई है। सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक पूर्वी लद्दाख के चुशुल में मंगलवार को भारतीय और चीनी सेना के बीच कोर कमांडर लेवल की बैठक होगी।
मालूम हो कि इससे पहले 10 जुलाई को सीमा विवादों को लेकर भारत और चीन के बीच डब्ल्यूएमसीसी की 16वीं बैठक हुई थी। दोनों देशों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव घटाने और शांति बहाली की दिशा में आगे बढ़ने का फैसला किया था। बैठक में भारत की ओर से विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव और चीनी विदेश मंत्रालय के महानिदेशक ने हिस्सा लिया।
गलवां घाटी में हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे, वहीं चीन को भी काफी नुकसान पहुंचा था। इस हिंसक झड़प के बाद से दोनों देश लगातार बातचीत पर जोर दे रहे हैं।सूत्रों के अनुसार पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर भारत और चीन की सेना का पीछे हटना जारी है।