अमरनाथ यात्रा की तैयारियां तेज, अगर आप भी दर्शन करने जा रहे हैं तो इन बातों का ध्यान दें
जुलाई के आखिरी सप्ताह में प्रस्तावित अमरनाथ यात्रा की तैयारियां तेज की गई हैं। कोविड संकट को देखते हुए यात्रियों के स्वास्थ्य सुरक्षा से जुड़े सभी बिंदुओं पर काम किया जा रहा है। इस बार प्रत्येक यात्री और साधु संत को कोविड टेस्ट के बाद ही यात्रा की इजाजत दी जाएगी। इसके लिए शहर के चार स्थानों पर यात्रियों और साधु संतों के कोविड टेस्ट करवाने की तैयारी है। इसमें कुछ स्थानों पर पहले से ही यात्रियों के कोविड टेस्ट लिए जा रहे हैं। टेस्टिंग सुविधा को लेकर प्रत्येक स्थान पर दो-दो टीमें काम करेंगी। स्वास्थ्य विभाग ने कोविड प्रबंधन को लेकर तैयारी शुरू कर दी है।
अमरनाथ यात्रा के लिए अधिकतर यात्री रेल मार्ग व सड़क मार्ग से जम्मू-कश्मीर में पहुंचते हैं। रेलवे स्टेशन पर पहले से ही यात्रियों के कोविड टेस्ट लिए जा रहे हैं, जिससे ट्रेन से आने वाले अमरनाथ यात्रियों के भी यहीं पर कोविड सैंपल लिए जाएंगे। इसी तरह एयरपोर्ट जम्मू पर भी पहले से ही कोविड सैंपल लिए जा रहे हैं, जिसमें यहां भी अमरनाथ यात्रियों के लिए सैंपल लिए जाएंगे।
इसके अलावा सड़क मार्ग से पहुंचने वाले यात्रियों के आधार शिविर भगवती नगर जम्मू में कोविड सैंपल लिए जाएंगे। कोविड की निगेटिव रिपोर्ट आने पर इसी बेस कैंप से यात्रियों को यात्रा की इजाजत दी जाएगी। इस बार जम्मू से प्रतिदिन 500 यात्रियों को भेजना प्रस्तावित है।
साधु संतों के लिए गीता भवन जम्मू में कोविड सैंपल लेने की योजना बनाई जा रही है। हालांकि, बड़ी संख्या में साधु संत श्री राम मंदिर पुरानी मंडी में भी ठहरते हैं। यात्रा पर अंतिम फैसला होने के बाद कोविड सैंपलिंग को लेकर अंतिम रूपरेखा बनाई जाएगी।
इसमें प्रत्येक स्थान पर दो-दो टीमें काम करेंगी। कोशिश की जाएगी कि यात्रियों की सार्वजनिक स्थलों पर ज्यादा आवाजाही न हो, जिससे किसी तरह का कोविड संक्रमण फैलने का खतरा न रहे। आधार शिविर भगवती नगर में भी रखरखाव और मरम्मत कार्य जारी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से यहां बेडों को हटाया जा रहा है।