देहरादून: जिंदगी पर भारी रहा जून का महीना, 12 नाबालिगों समेत 39 लोगों ने मौत को लगाया गले
अनलॉक के बावजूद जून माह जिंदगी पर भारी पड़ रहा है। एक जनवरी से अब तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो 79 लोगों ने अपनी जिंदगी की डोर खुद काटी। इनमें जून में सबसे ज्यादा आत्महत्याएं हुई। जून माह के 27 दिन में 39 लोग अपनी जान दे चुके हैं।
इनमें 12 नाबालिग शामिल हैं। कोतवाली, पटेल नगर, डालनवाला, रायपुर, सहसपुर, ऋषिकेश में चार-चार लोगों ने अपनी जान दी। हालांकि एक-दो आत्महत्याओं को छोड़कर अन्य की वजह साफ नहीं हो पाई है। हर घटना में सिर्फ मानसिक तनाव की बात सामने आ रही है।
लेकिन, तनाव किस बात को लेकर था, यह बात न पुलिस स्पष्ट कर पाई और न ही परिजन पता लगा पाए। डीआईजी अरुण मोहन जोशी और एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बढ़ती आत्महत्याओं पर चिंता जताई है। उन्होंने परिजनों से अवसाद से ग्रस्त लोगों की काउंसिलिंग कराने और उन्हें अकेले न छोड़ने की अपील की है।
राजधानी में तीन और ने लगाई फांसी
राजधानी में शनिवार को तीन युवकों ने फांसी लगा ली। रायपुर, प्रेमनगर और वसंत विहार में हुई खुदकुशी की वजह का पता नहीं चल पाया है। बसंत विहार के विजय पार्क निवासी अमित (25) ने शनिवार को घर में छत की रॉड से गमछा डालकर फांसी लगा ली।
परिजनों ने फंदा काटकर उसे नीचे उतारा। उसके बाद उसे 108 की मदद से कोरोनेशन अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया कि अमित के माता-पिता का देहांत पहले हो चुका था।
वह तब से घर में बडे़ भाई और भाभी के साथ रह रहा था। अमित निरंजनपुर में एक निजी कंपनी में काम करता था। वह मां के देहांत के बाद से तनाव में चल रहा था। घटनास्थल से किसी तरह का सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।