हरिद्वार: नगर निगम बोर्ड बैठक में उलझे कांग्रेस और भाजपा के पार्षद, सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां, तस्वीरें…
हरिद्वार नगर निगम की कार्यकारिणी और विकास समिति के चुनाव के लिए बुलाई गई बोर्ड बैठक में चुनाव से पहले जमकर हंगामा हुआ। बैठक शुरू होने से पहले भाजपा व कांग्रेस पार्षदों के बीच जमकर नोकझोंक हुई। इस दौरान दोनों दलों के पार्षदों ने शारीरिक दूरी के नियमों की धज्जियां उड़ाई।
हंगामा भाजपा पार्षद राधेकृष्ण शर्मा के एक ज्ञापन को लेकर हुआ जो उन्होंने शुक्रवार को मेयर और नगर आयुक्त को दिया था। ज्ञापन में उन्होंने नगर निगम की सड़कों व गलियों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त किए जाने, नगर निगम की अनुमति और रोड कटिंग का पैसा जमा कराए बिना सड़कों को खोदकर वाले विभागों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी।
भाजपा पार्षद के ज्ञापन को मेयर के पति अशोक शर्मा के अपनी फेसबुक वॉल पर डालकर सार्वजनिक कर दिया। मेयर अनीता शर्मा जैसे ही बैठक में शामिल होने पहुंचीं तो भाजपा पार्षद राधेकृष्ण शर्मा ने खड़े होकर मेयर व नगर आयुक्त से जानना चाहा कि उनका ज्ञापन मेयर के पति के पास कैसे पहुंचा।
मेयर अनीता शर्मा ने भाजपा पार्षद के ज्ञापन में उठाए गए मुद्दे का समर्थन करते हुए बताया कि वह तो इस मामले को मुख्यमंत्री, शहरी विकास मंत्री की बैठक में उठा चुकी हैं और कई नगर आयुक्त को भी पत्र लिख चुकी हैं।
इससे भाजपा पार्षद संतुष्ट नहीं हुए और राधेकृष्ण शर्मा के साथ सुनील अग्रवाल, राजेश शर्मा, विनीत जौली, शुभम मैंदोला, अनिरुद्ध भाटी भी हंगामा करने लगे। इनके विरोध में कांग्रेस पार्षद अनुज सिंह, महावीर वशिष्ठ, कैलाश चंद्र भट्ट व सुहेल अख्तर खड़े हो गए। दोनों पक्षों के बीच जमकर नोकझोंक हुई। बैठक में मौजूद अन्य लोगों ने किसी तरह से इनको शांत किया।
बता दें कि हरिद्वार नगर निगम की कार्यकारिणी और विकास समिति के चुनाव के लिए बुलाई गई बोर्ड बैठक में चुनाव से पहले जमकर हंगामा हुआ और फिर भाजपा-कांग्रेस के सभी पार्षदों के बीच सहमति बन गई। नगर निगम बोर्ड में कम पार्षद होने के बाद भी कांग्रेस कार्यकारिणी में एक सदस्य बढ़ाने में सफल रही। कार्यकारिणी में पिछली बार कांग्रेस के तीन सदस्य थे, जो इस बार बढ़कर चार हो गए। जबकि भाजपा के पहले नौ थे और अब आठ रह गए हैं।