देश में दो करोड़ से ज्यादा जांच, तीन वैक्सीन ट्रायल के विभिन्न चरणों में
देश में कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण और आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने देश में कोरोना की स्थिति को लेकर जानकारियां दीं।
भूषण ने बताया कि देश में अब तक कोरोना की दो करोड़ से ज्यादा जांच हो चुकी हैं। इसमें पिछले 24 घंटे में हुई 6.6 लाख से ज्यादा जांच शामिल हैं। डॉ. भार्गव ने बताया कि भारत की तीन वैक्सीन क्लिनिकल ट्रायल के विभिन्न चरणों में हैं। इनमें भारत बायोटेक वैक्सीन और जाइडस कैडिला की डीएनए वैक्सीन ने पहला चरण पूरा कर लिया है।
प्रेसवार्ता के प्रमुख बिंदु
>देश के कई राज्यों में जांच करने की क्षमता बढ़ी है, पिछले 24 घंटे में 6.6 लाख से ज्यादा जांच हुई हैं।
>कई राज्यों ने अपनी जांच क्षमता में बढ़ोतरी की है। इसमें आरटी-पीसीआर और रैपिड एंटीजेन जांच दोनों शामिल हैं।
>गोवा, दिल्ली, त्रिपुरा और तमिलनाडु ने अपनी जांच क्षमताओं में इजाफा किया है।
>28 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में प्रति 10 लाख की आबादी पर रोजाना 140 से ज्यादा जांच की जा रही हैं।
>देश में प्रति 10 लाख की आबादी पर जांच की संख्या 15,119 है। गोवा में यह संख्या 84 हजार, दिल्ली में 57 हजार और त्रिपुरा की 40 हजार है।
>अब तक 12 लाख से अधिक मरीज ठीक हुए हैं। ठीक होने वाले मरीजों की संख्या सक्रिय मामलों से दोगुनी है।
>कोरोना की वजह से मृत्यु दर 25 मार्च के बाद से अब तक सबसे कम है, जो 2.10 फीसदी है। यह लगातार गिर रही है जो अच्छा संकेत है।
>जून के दूसरे सप्ताह में मृत्यु दर 3.36 फीसदी थी जो जुलाई के दूसरे सप्ताह में घटकर 2.69 फीसदी हो गई थी।
>कोरोना वायरस के कुल मामलों में से 68 फीसदी पुरुषों की और 32 फीसदी महिलाओं की मौत हुई है।
>50 फीसदी मृत्यु 60 और इससे अधिक उम्र के कोरोना पॉजिटिव मरीजों की हुई है। 37 फीसदी मृत्यु 45-60 साल के मरीजों की हुई है>।
देश में कोरोना मामलों की संचयी सकारात्मकता 8.89 फीसदी है।
>पिछले सप्ताह देश की सकारात्मकता 11 फीसदी थी, जिसका मतलब है कि कुछ राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं।
>10 फीसदी से कम सकारात्मकता वाले राज्यों में पंजाब, राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, असम, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक हैं।
>अभी देश में पांच लाख 86 हजार 298 सक्रिय मामले हैं। ये वो मामले हैं जो अस्पताल में हैं या चिकित्सकीय निगरानी में सेल्फ आइसोलेट हैं।
>भारत की तीन वैक्सीन क्लिनिकल ट्रायल के विभिन्न चरणों में हैं। इनमें भारत बायोटेक वैक्सीन और जाइडस कैडिला की डीएनए वैक्सीन ने पहला चरण पूरा कर लिया है और दूसरा चरण शुरू करने वाले हैं।
>तीसरी वैक्सीन ऑक्सफोर्ड वैक्सीन है। ऑक्सफोर्ड वैक्सीन को दूसरे और तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल की अनुमति मिल गई है।
>ये ट्रायल एक सप्ताह के अंदर 17 स्थानों पर शुरू होंगे। इस वैक्सीन का निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया करेगी।
>पूरी दुनिया में वेंटिलेटर की मांग में उछाल आया है। 2019 में भारत का वेंटिलेटर बाजार लगभग 8.510 यूनिट का 444.74 करोड़ रुपये का था।
>कोविड-19 के चलते मार्च में स्थानीय वेंटिलेटर निर्माताओं ने विभिन्न कंपोनेंट का आयात शुरू किया। बिना आयात के इनका निर्माण संभव नहीं था।
>हमें मिलने वाले 60 हजार वेंटिलेटर में मेक इन इंडिया का हिस्सा आयतन के हिसाब के 96 फीसदी और कीमत के हिसाब के 90 फीसदी से ज्यादा है।
>भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड 30 हजार और आंध्र मेड-टेक जोन 13,500 वेंटिलेटर दे रहा है। दोनों संस्थानों ने इसमें अहम भूमिका निभाई है।