गजब : एक सैंपल की दो रिपोर्ट, सरकारी पॉजिटिव और प्राइवेट की नेगेटिव
टिहरी जिले के सर्विलांस अधिकारी की कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट ने जांच को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। दरअसल उनके एक सैंपल की प्राइवेट व सरकारी लैब ने अलग-अलग रिपोर्ट दी है।
सरकारी लैब ने जहां उन्हें पॉजिटिव बताया है वहीं, निजी लैब के अनुसार उनकी रिपोर्ट नेगेटिव है। इससे पहले दून में भी 17 डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों की कोरोना रिपोर्ट एक दिन में ही पॉजिटिव से नेगेटिव में बदल गई थी।
उत्तराखंड में कोरोना की जांच पर सवाल उठने लगे हैं। ताजा मामला टिहरी जिले में सर्विलांस की जिम्मेदारी देख रहे क्षय रोग अधिकारी डॉ.मनोज वर्मा का है।
कोरोना की जांच को उनका सैंपल दो लैब-एक निजी व एक सरकारी में भेजा गया था। इनमें आईआईपी स्थित लैब ने उन्हें पॉजिटिव बताया है जबकि दून की प्राइवेट लैब से उन्हें नेगेटिव बताया है। इससे असमंजस पैदा हो गया है। हालांकि प्रशाासन ने उन्हें पॉजिटिव मानते हुए होम आइसोलेशन में रहने को कहा है।
कोरोना की जांच रिपोर्ट अलग-अलग आने के बाद कई तरह का खतरा पैदा हो गया है। ऐसे में यदि स्वस्थ लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से उन्हें अस्पतालों में भर्ती होना पड़ सकता है।
वहीं, संक्रमित की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर उसके संपर्क में अन्य लोगों के आने का खतरा पैदा हो जाएगा। ऐसे में अब लैब की गुणवत्ता जांचने की जरूरत महसूस की जा रही है।