एसटीएफ और साइबर क्राइम पुलिस ने ऑनलाईन 26 लाख की ठगी के आरोप में मुख्य आरोपी दिल्ली से गिरफ्तार

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एसटीएफ और साइबर क्राइम पुलिस की बडी कार्यवाही संगठित गिरोह का पर्दाफाश

विदेश से पैसा व सोना भेजने के नाम पर *ऑनलाईन 26 लाख की ठगी के आरोप में मुख्य आरोपी दिल्ली से गिरफ्तार* ।

गिरफ्तार शातिर साइबर अभियुक्त की साइबर पुलिस को *विगत 01 वर्षो से थी तलाश* । गिरफ्तार अभियुक्त से भारी मात्रा में इलैक्ट्रोनिक व दास्तावेजी साक्ष्य (*06 मोबाइल फोन विभन्न व्यक्तियो के 12 वोटर कार्ड 10 आधार कार्ड 07 पैन कार्ड 18 डेबिट कार्ड 11 पासबुक व चैकबुक 1 डीएल व 01 आरसी व विभिन्न व्यक्तियों की दर्जनो पासपोर्ट फोटोग्राफ*) बरामद

 

*माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड के निर्देशों के क्रम में प्रदेश के निवासियों को साइबर अपराधियो द्वारा जनता से ठगने वालो पर सख्त कार्यवाही पर पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड द्वारा एसटीएफ व साइबर पुलिस को प्रभावी कार्यवाही हेतु दिशा निर्देश दिए गए है* । उक्त आदेशो के अनुपालन मे थाना साइबर पुलिस उत्तराखंड द्वारा साइबर अपराधियों के विरुद्व प्रभावी कार्यवाही करते हुये लगातार सक्रिय रहकर साइबर अपराध में सलिप्त 26 लाख की धोखाधड़ी में मास्टर माइन्ड को किया दिल्ली से गिरफ्तार।

 

वर्तमान में साइबर ठगों द्वारा आम जनता की मेहनत की कमाई को उडाने के मामले प्रकाश में आ रहे हैं। ऐसा ही एक प्रकरण साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ था, जिसमें “वादिनी श्रीमति वर्षा शर्मा पत्नी स्व0 दीपक शर्मा निवासी म0न0 18 मोथोरोवाला देहरादून” की शिकायत पर “अज्ञात व्यक्ति द्वारा उनके पति के साथ व्हटसप चैट के माध्यम से दोस्ती कर *विदेश से पैसा व सोना की ईट भेजने के नाम पर ऑनलाईन 26 लाख रुपये” की धोखाधडी* किये जाने पर साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड देहरादून में “*दिनाँक 30.10.2020* को मुकदमा अपराध संख्या 24/20” पंजीकृत किया गया । प्रकरणों की गम्भीरता को देखते हुये अभियोग के अनावरण, अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु साइबर थाने से निरीक्षक श्री पंकज पोखरियाल के नेतृत्व में टीम गठित की गयी ।

अभियोग में अभियुक्तों के विरुद्ध कार्यवाही हेतु घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर, ई-वालेट, तथा बैंक खातों व सीसीटीवी फुटेज व भौतिक साक्ष्यो के विश्लेषण करने पर जानकारी की गयी तो ज्ञात हुआ कि अज्ञात व्यक्तियों द्वारा विदेशी नागरिक बनकर सोशल मीडिया व्हटसप के माध्यम से चैट कर विदेश से पैसा व धन भेजने व व्यवसाय में मदद करने व सोना खरीदने के नाम पर चैटिग करके लाभ अर्जित किया जा रहा था। जिसके उपरान्त थाना साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन को शिकायत प्राप्त होने साइबर थाने से विशेष टीम का गठन कर टीम द्वारा कम्पनियों से प्राप्त विवरण का गहनता से विश्लेषण एवं अन्य तकनीकी रुप से साक्ष्य एकत्रित कर पुलिस टीम घटना में संलिप्त मुख्य आरोपी सोनू निषाद को *सभापुर दिल्ली एक्सटेन्शन थाना सोनिया विहार दिल्ली से गिरफ्तार* किया गया । गिरफ्तार अभियुक्त के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी तो अभियुक्त को उत्तराखण्ड राज्य के अतिरिक्त *दिल्ली,उत्तर प्रदेश, राजस्थान , हरियाणा व अन्य राज्यो की पुलिस को तलाश है* । अभियुक्त के सम्बन्ध में अन्य राज्यो से भी सम्पर्क किया जा रहा है ।

 

 

अपराध का तरीकाः-

अभियुक्त द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक,व्हट्सएप व अन्य माध्यमों से विदेशी नागरिक बनकर दोस्ती कर चैट करके फर्जी मोबाईल,फर्जी दस्तावेज पहचान पत्र बनाकर बैंको में खाते खोलकर व सिम प्राप्त कर आम नागरिकों को लाखों रुपये की विदेशी करेन्सी व सोना प्राप्त करने व बन्द पड़ी पॉलिसीयों के रिन्यूवल के नाम पर धोखाधड़ी करके अवैध धन अर्जित किया करते हैं। ठगी गयी धनराशि को एक खाते से दूसरे खातें में डालकर एटीएमों के माध्यम से धनराशि को निकाल लिया करते हैं।

 

गिरफ्तार अभियुक्त-

1. सोनू निषाद पुत्र रमाशंकर निषाद निवासी बी 27 बी, बी 28 सी सभापुर दिल्ली एक्सटेन्शन थाना सोनिया विहार दिल्ली।

 

बरामदगी-

1. मोबाईल फोन – 06

2. वोटर आईडी कार्ड- 12

3. आधार कार्ड- 10

4. पैन कार्ड – 07

5. डेबिट कार्ड – 18

6. R/C – 01

7. D/L – 01

8. स्वास्थ्य कार्ड – 01

9. भिन्न-2 पासपोर्ट फोटो – दर्जनो फोटो (जिससे फर्जी पहचान पत्र बनाने व फर्जी सिम कार्ड क्रय करने

के किया जाता था प्रयोग )

10. पासबुक व चैकबुक – 11

 

पुलिस टीम-

1. निरीक्षक श्री पंकज पोखरियाल

2 . उ0नि0 राजीव सेमवाल

3. हे0का0प्रो0 सुरेश कुमार

4. का0 कैलाश कण्डारी

5. का0 शादाब अली

6. Technical Team/ एसटीएफ

 

*प्रभारी एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड* द्वारा जनता से अपील की है , कि वे किसी भी अन्जान व्यक्ति के झांसे में न आकर किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरो/फर्जी साइट/धनराशि दोगुना करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । किसी भी आँनलाईन ट्रेडिग साइट व लॉटरी एवं ईनाम जीतने के लालच में आकर धनराशि देने तथा अपनी व्यक्तिगत जानकारी व महत्वपूर्ण डाटा शेयर करने से बचना चाहिये। किसी भी प्रकार का ऑनलाईन ट्रेडिग लेने से पूर्व उक्त साइट की पूर्ण जानकारी व स्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें । कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें । किसी भी *वित्तीय साइबर अपराध के लिए, तुरंत 1930 पर कॉल करें* |

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