श्रीनगर मेडिकल कालेज में तीन छात्र कर रहे थे रैगिंग का प्रयास, तीनों को तीन महीने के लिए हास्टल से किया निष्‍कासित

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मेडिकल कालेज प्रशासन की सजगता और हास्टल वार्डनों की सक्रियता के चलते बीते शनिवार देर सायं श्रीनगर मेडिकल कालेज के हास्टल में रैगिंग करने का प्रयास शुरुआती क्षणों में ही विफल कर दिया गया।

घटना को गंभीरता से लेते हुए प्रकरण की जांच करने के बाद संबंधित तीन छात्रों को तत्काल प्रभाव से तीन महीने के लिए हास्टल से निष्कासित कर दिया है। मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर डा. चंद्रमोहन सिंह रावत ने रविवार को आदेश में कहा कि इस प्रकरण से संबंधित एमबीबीएस 2020 बैच के नितिन डालाकोटी, निश्चय जोशी और सूर्यप्रताप सिंह तीनों छात्रों का तीन महीने तक हास्टल में प्रवेश पूर्ण प्रतिबंधित है।

किसी भी प्रकार की रैगिंग की घटनाओं को समय से पहले ही रोकने को लेकर मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर डा. चंद्रमोहन सिंह रावत ने मेडिकल कालेज परिसर विशेषकर हास्टलों में संबंधित वार्डनों का प्रतिदिन विशेषकर सुबह और देर सायं तक बराबर निरीक्षण करते रहने के साथ ही जूनियर मेडिकल छात्रों के साथ लगातार संपर्क बनाए रखने के भी विशेष निर्देश दिए हैं।

जिस पर मेडिकल कालेज के चार हास्टलों के वार्डन नियमित निरीक्षण पर भी रहते हैं। इसी अभियान के तहत बीते शनिवार देर सायं रूटीन निरीक्षण के तहत हास्टल वार्डनों को जूनियर ब्वाइज हास्टल नंबर -1 से जोर-जोर चिल्लाते हुए अपशब्दों का प्रयोग करना भी सुनाई दिया।

इस पर वार्डन डा. अनिल कुमार द्विवेदी, वार्डन डा. पवन भट्ट, वार्डन डा. मुकेश शुक्ला और वार्डन डा. सचान भट्ट तुरंत ही जब जूनियर ब्वाइज हास्टल पहुंचे तो पता चला कि एमबीबीएस 2020 बैच के छात्र नितिन डालाकोटी, निश्चय जोशी, सूर्यप्रताप सिंह अपशब्दों का प्रयोग करते हुए जोर-जोर से चिल्लाकर जूनियर छात्रों को भयभीत करने के प्रयास में कमरों का दरवाजा खटखटा रहे हैं। जबकि जूनियर छात्र उस समय भोजन कर रहे थे।

चारों वार्डनों ने तत्काल हस्तक्षेप कर स्थिति को संभाला, जिससे रैगिंग जैसी किसी भी तरह की अप्रिय घटना होने से बच गयी। मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर डा. चंद्रमोहन सिंह रावत भी तुरंत हास्टल पहुंच गए थे।

रविवार को प्राचार्य डा. चंद्रमोहन सिंह रावत की अध्यक्षता में एक कमेटी ने इस प्रकरण की जांच कर एंटी रैगिंग की सुसंगत नियमों के तहत अनुशासन बनाए रखने को लेकर तीनों छात्रों को तीन महीने के लिए हास्टल से निष्कासित करने का निर्णय लिया।

रैगिंग की कल्पना भी न करें

बीते शनिवार देर सायं हुई घटना के संदर्भ में रविवार को मेडिकल छात्रों से संवाद करते हुए मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर डा. चंद्रमोहन सिंह रावत ने कठोर शब्दों में कहा कि कोई भी छात्र किसी भी स्थिति में रैगिंग करने की कल्पना भी नहीं करें। एंटी रैगिंग के नियमों के तहत ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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