सोमवार को मिले 25 नए संक्रमित, देहरादून में टीके के लिए स्लॉट बुकिंग की व्यवस्था खत्म
343125 हो गई है। इनमें से 329306 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7388 लोगों की जान जा चुकी है।
वैक्सीन की दोनों डोज लगाओ, संक्रमण से खुद को बचाओ
कोविड वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने के बाद कोरोना संक्रमण घातक नहीं होगा। लोग दोनों डोज लगवाकर संक्रमण से खुद को बचा सकते हैं। जिन लोगों ने दोनों डोज लगवाई हैं, उनमें संक्रमण का प्रभाव नाम मात्र है। ब्रेक थ्रू इंफेक्शन (दो डोज लगवाने के बाद संक्रमित होना) से संक्रमण कम पाया जा रहा है। वैक्सीन के सुरक्षा कवच से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने या मौत का खतरा कम है। केरल समेत अन्य राज्यों में कोरोना संक्रमित मामले लगातार बढ़ रहे हैं ऐसे में अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रदेश में टीकाकरण अभियान तेजी से चल रहा है। अब तक 87 लाख लोगों को वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है। जिसमें 85 प्रतिशत से अधिक लोगों को पहली और लगभग 27 प्रतिशत ने दूसरी डोज लगवाई है। प्रदेश में अलग-अलग आयु वर्ग में अभी तक 73 प्रतिशत लोगों को दूसरी डोज लगाई जानी बाकी है। संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन की दोनों डोज लगवानी अनिवार्य हैं। राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. कुलदीप सिंह मर्तोलिया ने बताया कि केरल समेत अन्य राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। जहां पर यह देखा गया कि वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने वालों के लिए संक्रमण घातक नहीं है। ब्रेक थ्रू इंफेक्शन से मरीज के अस्पताल में भर्ती करने या मौत की संभावना काफी कम है। उन्होंने लोगों से अपील की है जिन लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज लगवाई है, वे दूसरी डोज अवश्य लगवाएं। जिससे संक्रमण से सुरक्षा कवच मिल सके।
कोरोना टीके के लिए स्लॉट बुकिंग की व्यवस्था खत्म
कोरोना का टीका लगवाने के लिए कोविन पोर्टल पर स्लॉट बुकिंग की व्यवस्था खत्म कर दी गई है। लोग किसी भी सरकारी टीकाकरण केंद्र पर जाकर परिचयपत्र और मोबाइल नंबर देकर टीका लगवा सकते हैं।
सोमवार को चंदरनगर स्थित कार्यालय में पत्रकार वार्ता में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मनोज उप्रेती ने बताया कि जिले में अब तक 94.24 फीसदी लोगों को कोरोना टीके की पहली खुराक लगाई जा चुकी है। 14 लाख 27 हजार 997 व्यक्तियों के टीकाकरण का लक्ष्य था, जिनमें 13 लाख 45 हजार 799 लोगों को टीके की पहली खुराक लग चुकी है। जबकि, चार लाख 93 हजार 773 लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। अभी 82 हजार 198 लोगों को प्रथम व नौ लाख 34 हजार 224 लोगों को दूसरी खुराक लगनी बाकी है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. उप्रेती ने बताया कि घर-घर टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक जिले में 2100 दिव्यांगों को टीका लगाया गया है। अगर किसी दिव्यांगजन को टीका लगना है तो उसके लिए 9368530756 पर व्हाट्सएप या मैसेज भेजा जा सकता है।
विभाग की टीम उन्हें घर जाकर टीका लगाएगी। उन्होंने बताया कि जिले में 547 टीकाकरण केंद्र हैं, जिनमें 94 निजी केंद्र हैं। वहीं, 109 मोबाइल टीम भी टीकाकरण कर रही हैं। इन मोबाइल टीम ने अभी तक एक लाख 84 हजार लोगों का टीकाकरण किया है। वर्तमान में जिले में कोविशील्ड की तीन लाख 35 हजार 720 और को-वॉक्सिन की 23 हजार 466 खुराक उपलब्ध हैं। टीकाकरण से संबंधित जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर 0135-2724506 पर काल की जा सकती है।
टीकाकरण केंद्र में लोग भूले सामाजिक दूरी
कोरोना की पहली और दूसरी लहर का प्रकोप छाने के बाद भी लोग संक्रमण के बचाव को लेकर गंभीर नहीं दिखाई दे रहे हैं। कोरोना टीकाकरण के लिए लोगों की खूब भीड़ उमड़ रही है। लोग जल्दी टीकाकरण के चक्कर में सामाजिक दूरी का पालन करना ही भूल रहे हैं।
सोमवार को कोटद्वार के बेस अस्पताल के कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर में लोगों ने कोरोना गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई। सुबह आठ बजे से ही लोग वैक्सीनेशन सेंटर के बाहर एकत्र होना शुरू हो गए। करीब साढ़े दस बजे तक केंद्र के अंदर और बाहर लोगों का जमावड़ा लग गया। नंबर लगाने के चक्कर में लोग सामाजिक दूरी का पालन करना भूल गए। अस्पताल में तैनात पीआरडी के जवानों ने लोगों को अलग होने की बार-बार कोशिश की, लेकिन लोग नहीं माने। दोपहर बाद तक कोविड वैक्सीनेशन सेंटर के बाहर लोगों की भीड़ लगी रही।
वैक्सीन लगाने के लिए पहुंचे विनोद चौहान, कल्पना शर्मा, केशवानंद थपलियाल, राजेश्वरी देवी ने पीआरडी के जवानों पर मनमानी करने का आरोप लगाया। बेस अस्पताल के वैक्सीनेशन नोडल अधिकारी डॉ. हरेंद्र कुमार ने बताया कि सामाजिक दूरी का पालन करने के लिए लोगों के लिए गोले बनाए गए हैं। बावजूद इसके लोग एकत्र होकर कोरोना गाइड लाइन का उल्लंघन कर रहे हैं।