कांवड़ यात्रा स्थगित: कांवड़ियों को क्वारंटीन करने को धर्मशाला चिह्नित, बॉर्डर पर फोर्स बढ़ाई
कावंड़ियों को बॉर्डर पर रोकने और उन्हें क्वारंटीन करने के लिए देहरादून पुलिस ने सख्ती बढ़ा दी है। चकमा देकर यदि कोई कांवड़िया यहां आता है तो उसे दून शहर और एक विकासनगर की धर्मशाला में क्वारंटीन किया जाएगा। इसके साथ ही आशारोड़ी समेत कई बॉर्डरों पर फोर्स की संख्या बढ़ा दी गई है।
पुलिस कप्तान डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि पुलिस मुख्यालय से निर्देश मिला है कि जिले में धोखे से प्रवेश करने वाले कांवड़ियों को 15 दिन तक क्वारंटीन किया जाए। इसके लिए जैन धर्मशाला और विकासनगर क्षेत्र में वैश्य धर्मशाला को क्वारंटीन सेंटर बनाया गया है। यहां जिले की सीमा के भीतर कांवड़ियों के मिलने पर उन्हें क्वारंटीन किया जाएगा।
इधर, बॉर्डर पर उन्होंने सख्त करने करने का निर्देश दिया है। बॉर्डर चेक पोस्ट आशारोड़ी, कुल्हाल, दर्रा गेट पर चेकिंग मजबूत करने के लिए 14 दरोगा, दो हेड कांस्टेबल और 52 कांस्टेबल तैनात किए गए हैं। आशारोड़ी के लिए एक प्लाटून पुरुष पीएसी, डेढ़ सेक्शन महिला पीएसी, कुल्हाल में डेढ़ सेक्शन पुरुष पीएसी और ऋषिकेश में एक प्लाटून पुरुष पीएसी तैनात की गई है।
कैंपटी फॉल में हुक्का पीने वाले 20 पर्यटकों का चालान
टिहरी गढ़वाल स्थित कैंपटी फॉल में कोविड गाइडलाइन के उल्लंघन और सार्वजनिक स्थान पर हुक्का पीने के आरोप में 20 पर्यटकों को चालान कर दिया। वहीं बिना कोरोना जांच रिपोर्ट, होटल बुकिंग और स्मार्ट सिटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराए पहुंचे 76 पर्यटकों को वापस भेज दिया।
थानाध्यक्ष कैंपटी नवीन चंद्र जुराल ने बताया कि कैंपटी फाल में सख्ती के साथ कोरोना गाइडलाइन का पालन कराया जा रहा है। कैंपटी में बिना मास्क के 31, सोशल डिस्टेंसिंग के उल्लंघन करने पर 17, पुलिस एक्ट में 4, एमवी एक्ट में तीन पर्यटकों का चालान किया गया।
सार्वजनिक स्थान पर हुक्का पीने और शराब पीने वाले 20 पर्यटकों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इसके अलावा बिना कोरोना जांच रिपोर्ट, होटल बुकिंग और स्मार्ट सिटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं करने वाले 17 वाहनों के 76 पर्यटकों को वापस भेजा गया।