उत्तराखंड में मानसून की बारिश अब आफत बनकर बरस रही
उत्तराखंड में मानसून की बारिश अब आफत बनकर बरस रही है। ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर तोताघाटी में चलती कार पर पत्थर गिरने से प्रोफेसर की मौत हो गई। कार में सवार अन्य लोग घायल हैं। वहीं, पिथौरागढ़ में पांच दिन पूर्व खुला चीन सीमा को जोड़ने वाला तवाघाट-गर्बाधार-लिपुलेख मार्ग गर्बाधार से आगे मलबा आने से फिर बंद हो गया है। इसके अलावा प्रदेश में अब भी 50 से
कार में मनोज के साथ उनके भाई अधिवक्ता पंकज सुंदरियाल और चालक भी थे, जो बाल-बाल बच गए। उधर, कुमाऊं में लगातार बारिश का क्रम बना हुआ है। इससे संपर्क मार्गों को खोलने का कार्य भी बाधित है। चंपावत जिले में चार दिन से लगातार हो रही बारिश परेशानी का सबब बनी हुई है। टनकपुर-पिथौरागढ़ हाईवे बंद होने से आवाजाही पूरी तरह ठप है।
यहां से कई लोग वापस लौट गए हैं, जबकि कई अभी भी सड़क खुलने का इंतजार कर रहे हैं। दूसरी तरफ, बनबसा में शारदा और हुड्डी नदी उफान पर हैं। यहां हुड्डी नदी से लगे कई गांवों में जलभराव हो गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार को भी बारिश का क्रम बना रह सकता है। देहरादून, नैनीताल और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं भारी बारिश की आशंका है। अन्य पर्वतीय क्षेत्रों में गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
नैनीताल के राजभवन मार्ग में दरार, बंद करवाई दुकानें
सरोवर नगरी में लगातार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बारिश के कारण राजभवन मार्ग पर दरार पड़ गई है। इसके बाद पुलिस ने पालिका बाजार की करीब दर्जन भर दुकानें बंद करवा दी है। हाई कोर्ट रोड पर भी धंसाव हुआ है और ठंडी सड़क व हल्द्वानी-नैनीताल रोड में दिनभर मलबा गिरता रहा। बुधवार सुबह से ही शहर में मूसलाधार बारिश हो रही है। जिससे माल रोड समेत तमाम मार्गो में जलभराव होने लगा। अधिकांश पर्यटक भी होटल में ही दुबके रहे। नैनी झील में नौकायन और रिक्शा संचालन भी प्रभावित रहा। पिछले 36 घंटे में 110 एमएम बारिश दर्ज की गई है।
इधर, बारिश के चलते राजभवन मार्ग के करीब 20 मीटर हिस्से में बड़ी बड़ी दरार पड़ गई है। जिससे सड़क के साथ ही सड़क से नीचे की ओर स्थित पालिका बाजार पर भी खतरा पैदा हो गया है। कोतवाल अशोक कुमार सिंह ने बताया सुरक्षा के मद्देनजर पालिका बाजार की करीब दर्जन भर दुकानें बंद करवा दी गई हैं। साथ ही वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है। वहीं हाई कोर्ट रोड का भी मेट्रोपोल के समीप का हिस्सा दरकने लगा है। ठंडी सड़क स्थित पाषाण देवी मंदिर के समीप पहाड़ी से भूस्खलन होने से भारी मात्रा में मलबा रोड पर आ गया है। पहाड़ी से लगातार पत्थर गिरने के कारण शाम से ही ठंडी रोड पर लोगों की आवाजाही रोक दी गई।