CDS जनरल रावत से मिल उत्तराखंड के CM ने किया अनुरोध, सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रमों को प्राथमिकता दे सेना
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत से उत्तराखंड के सामरिक महत्व को देखते हुए यहां के सीमावर्ती क्षेत्रों में सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रमों को प्राथमिकता देने का अनुरोध किया है। उन्होने जनरल रावत को बताया कि सामरिक महत्व को देखते हुए सड़कों और पुलों के निर्माण के लिए जरूरी औपचारिकताओं को जल्द से जल्द पूरा किया जा रहा है। उन्होंने प्रदेश में कोविड के कारण रुकी भर्ती रैलियों को फिर से शुरू करने का भी अनुरोध किया।
नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड सदन में गुरुवार को सीडीएस जनरल बिपिन रावत और नेशनल टेक्निकल रिसर्च आर्गनाइेजशन (एनटीआरओ) के चीफ अनिल धस्माना ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। इस दौरान सीमांत क्षेत्र के विकास पर विचार-विमर्श किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमांत क्षेत्र में विशेष तौर पर पलायन को रोकने की योजनाएं जरूरी हैं। प्रदेश के सामरिक महत्व को देखते हुए यहां बाहर से आने वाले संदिग्धों का पुलिस द्वारा सत्यापन किया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड आपदा की दृष्टि से संवेदनशील राज्य है। आपदा की स्थिति में राहत और बचाव कार्यों में सेना ने सदैव महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राज्य सरकार व सैन्य प्रशासन के बीच बेहतर समन्वय है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने एनटीआरओ चीफ अनिल धस्माना से सुरक्षा के साथ ही आपदा राहत कार्यों में ड्रोन के इस्तेमाल पर चर्चा की। एनटीआरओ चीफ ने उत्तराखंड में ड्रोन तकनीक के विकास के लिए पूरी सहायता देने का भी आश्वासन दिया।