छत्तीसगढ़ के निलंबित एडीजी जीपी सिंह की डायरी में मिले ईवीएम हैकरों के नाम-पते
छत्तीसगढ़ के निलंबित अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) जीपी सिंह के घर से मिली डायरी में ईवीएम हैकरों के नाम और पते मिले हैं। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) जब डायरी के पन्ने पलट रही है तो नित नए तथ्य सामने आ रहे हैं। उधर, पुलिस अब जीपी सिंह को भगोड़ा घोषित करने की तैयारी में है।
गौरतलब है कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) और आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) की टीम ने जीपी सिंह के 15 ठिकानों पर गत दिनों छापे मारे थे। इस दौरान मिली डायरी के आधार पर उन पर राज्य सरकार को गिराने की साजिश रचने की कोशिश करने का आरोप लगा था। इस मामले में उनके खिलाफ राजद्रोह का केस भी दर्ज किया गया था। अब उनकी डायरी में चार-पांच ईवीएम हैकर के नाम की जानकारी सामने आई है। एसीबी इसकी पड़ताल कर रही है कि आखिर जीपी सिंह का ईवीएम हैकर से कैसे संपर्क हुआ। किस चुनाव के समय इन हैकरों का नाम दर्ज किया गया है।
सूत्रों की मानें तो हैकर का नाम डायरी के जिस पन्ने पर है, उसमें दिनांक और समय दर्ज नहीं है। जीपी को सोमवार को मुख्यालय में हाजिर होने का नोटिस दिया था। वह खुद तो नहीं आए, लेकिन अपने वकील के माध्यम से एक पत्र भेजा। उसमें लिखा है कि कोरोना के लक्षण दिखाई देने के कारण वह मुख्यालय नहीं आ सकते हैं। पत्र में डाक्टरों का भी जिक्र किया गया है, जिसमें उन्हें आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई है। राजद्रोह का मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने अब तक जीपी के दस से 12 करीबियों का बयान दर्ज कर चुकी है। इसमें पूर्व एडीजी के गार्ड, ड्राइवर और गनमैन शामिल हैं। साक्ष्य जुटाने के लिए पुलिस ने मणीभूषण, प्रीतपाल चंडोक का मजिस्ट्रेट बयान कराने के लिए आवेदन दिया है।
अकादमी से टीम ने मांगे दस्तावेज
इस बीच पुलिस की टीम ने हैंडराइटिंग मिलान के लिए एक बार फिर राज्य पुलिस अकादमी को पत्र लिखा है। इस पत्र में साफ किया गया है कि जीपी सिंह के हाथ से लिखे दस्तावेजों की प्रति उपलब्ध कराई जाए।