सीएम रहते पूरा नहीं हो सका तीरथ का यह ड्रीम प्रोजेक्ट, भाजपा के चिंतन शिविर में किया था खुलासा
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि तीरथ सिंह रावत ने बीते 10 मार्च को मुख्यमंत्री का पद संभाला था और शपथ लेने के 115 दिन बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
इस बीच उनका एक सपना मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए पूरा न हो सका। दरअसल बीते 30 जून को भाजपा के चिंतन शिविर के अंतिम दिन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा था कि उत्तराखंड को पर्यटन हब बनाना उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है, ताकि गोवा के बाद उत्तराखंड को भी पर्यटन प्रदेश के रूप में जाना जाए। इस पर सरकार की ओर से लगातार काम किया जा रहा है, उम्मीद है कि जल्द ही इसके नतीजे सामने आएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा था कि सरकार पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने पर जोर दे रही है। साहसिक खेलों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। उन्होंने कहा था कि रामनगर से गैरसैंण तक के सड़क मार्ग को सही कराया जाएगा। यह मार्ग प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी की ओर जाता है और इस मार्ग से बदरीनाथ और केदारनाथ के लिए पर्यटक और तीर्थयात्री जाते हैं। मानसून खत्म होने के बाद सरकार इस मार्ग को दुरुस्त कराएगी।
रामनगर-चौखुटिया रेल मार्ग का भी होगा सर्वे
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बताया था कि टनकपुर-बागेश्वर रेल मार्ग का सर्वे कार्य जल्द शुरू होने जा रहा है। इसी दौरान रामनगर से लेकर चौखुटिया रेल मार्ग का भी सर्वे होगा। इसके लिए रेलमंत्री पीयूष गोयल से वार्ता हो चुकी है। रेल मंत्री ने इस रेल मार्ग के लिए भी हामी भरी है। इस रेल मार्ग के शुरू होने से स्थानीय जनता को लाभ मिलने के साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।