ऋषिकेश में चेतावनी रेखा के ऊपर बह रही है गंगा, त्रिवेणी घाट जलमग्न
पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश लगातार जारी है। ऋषिकेश और आसपास इलाके में बीती रात से ही रुक-रुक कर बारिश हो रही है। बीते शनिवार को गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया था। रविवार की सुबह जल स्तर में कमी दर्ज की गई है। यहां गंगा चेतावनी रेखा के सूचकांक 339. 50 से 30 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। सिंचाई विभाग के अनुसार शनिवार सुबह गंगा का जलस्तर 339.80 मीटर दर्ज किया गया। वहीं, दूसरी ओर
बारिश ने जनजीवन को काफी प्रभावित किया है। साथ ही नदी-नाले भी उफान पर हैं। गंगा के जलस्तर में भी उतार-चढ़ाव जारी है। हालांकि, सुबह थोड़ा कमी आई है। शनिवार की शाम साढ़े छह बजे गंगा का जलस्तर चेतावनी देखना 350.50 मीटर को पार कर गया था। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता कमल सिंह ने बताया कि रविवार की सुबह गंगा चेतावनी रेखा से ऊपर बह रही है।
यहां सुबह आठ बजे गंगा का जलस्तर 339.80 दर्ज किया गया जो चेतावनी रेखा से 30 सेंटीमीटर ऊपर है। यहां गंगा खतरे के निशान से 70 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। शनिवार की शाम तक पूरा त्रिवेणी घाट जलमग्न हो गया था। रविवार की सुबह पानी थोड़ा कम हुआ है। प्लेटफार्म से पानी नीचे चला गया और सारी सीढ़ियां गंगा में डूबी हुई हैं। बाढ़ के पानी के कारण पूरे त्रिवेणी घाट पर रेत और सिल्ट फैल गई है।
मुनिकीरेती, लक्ष्मण झूला क्षेत्र में भी जल स्तर में आंशिक कमी आई है। बारिश के कारण ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे दो जगह अवरुद्ध है। मुनिकीरेती के थाना प्रभारी निरीक्षक कमल मोहन भंडारी ने बताया कि कोडियाला और तोता घाटी के पास मलबा आने से यह मार्ग बंद है। नेशनल हाईवे श्रीनगर डिवीजन की टीम जेसीबी और अन्य मशीनों के जरिए मलवा हटाने में जुटी हुई है।