24 घंटे में 546 नए संक्रमित मिले, 13 की मौत, 2717 हुए ठीक
उत्तराखंड में मंगलवार को 24 घंटे के भीतर कोरोना संक्रमण के 546 मामले सामने आए हैं। वहीं, कोरोना संक्रमित 13 मरीजों की मौत हो गई। जबकि मंगलवार को 2717 मरीजों ने कोरोना से जंग जीती है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के मुताबिक मंगलवार को 24439 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, अल्मोड़ा में 43, बागेश्वर में 13, चमोली में 23, चंपावत में 13, देहरादून में 136, हरिद्वार में 69, नैनीताल में 56, पौड़ी में 07, पिथौरागढ़ में 88, रुद्रप्रयाग में 16, टिहरी में 33, ऊधमसिंह नगर में 41 और उत्तरकाशी में 08 मरीज मिले। वहीं, मंगलवार को देहरादून में 10, नैनीताल में एक और पौड़ी में दो कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई।
ब्लैक फंगस के 28 मामले आए सामने
मंगलवार को प्रदेश में ब्लैक फंगस के 28 नए मामले दर्ज किए गए। सोमवार को जहां प्रदेश में ब्लैक फंगस के 304 मामले थे, वहीं मंगलवार को इनकी संख्या 332 पहुंच गई। ब्लैक फंगस के दो मरीजों की मौत हुई। अब तक प्रदेश में 50 मरीजों की मौत हो चुकी है। जबकि 18 मरीज ठीक हो चुके हैं।
38993 को लगा कोरोना से बचाव का टीका
प्रदेश में मंगलवार को 38 हजार 993 लोगों को वैक्सीन दी गई। अब तक 24 लाख 22 हजार 461 लोगों को कोरोना की पहली वैक्सीन दी जा चुकी है, जबकि छह लाख 89 हजार 421 लोगों को दोनों डोज दी जा चुकी हैं। 18 से 44 आयु वर्ग में तीन लाख 73 हजार 762 लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है।
दूसरे राज्यों से आने वालों की होगी सैंपलिंग
दूसरे राज्यों से देहरादून आने वाले सभी लोगों की कोरोना सैंपलिंग होगी। इसके लिए जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने सैंपलिंग टीमें बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती चेकपोस्ट, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर सभी लोगों की सैंपलिंग की जाएगी।
अन्य दुकानों को खोलने पर भी विचार करे सरकार
महानगर कांग्रेस पदाधिकारियों ने मंगलवार को शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि सरकार ने कई दुकानें खोली हैं, लेकिन कुछ अभी भी बंद हैं। छोटे व्यापारियों के सामने आर्थिक संकट गहराता जा रहा है। इसलिए उन्हें भी हफ्ते में कुछ दिन दुकान खोलने की अनूमति मिलनी चाहिए।
महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने कहा कि कोरोना के कारण सभी तरह के छोटे उद्योग धंधे, पयर्टन व उससे जुड़े काम व निजी व्यवसाय पूरी तरह ठप पड़े हुए हैं। सरकार ने कई दुकानों को हफ्ते में कुछ दिन खोलने की छूट दी है। जबकि कई दुकानें अभी भी नहीं खोली जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार को उन व्यापारियों के बारे में भी सोचना चाहिए। उन्होंने निरंजनपुर मंडी परिसर में शौचालयों का निर्माण जल्द पूरा कराने की मांग की। कहा कि शौचालय न होने के कारण आढ़तियों, किसानों और वहां काम करने वाले मजदूरों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शर्मा ने मंडी में दुकान आवंटन के नियमों व प्रक्रिया का पालन न होने के आरोप भी लगाए। इस दौरान पूर्व विधायक राजकुमार, संजय पालीवाल, गिरीश पुनेड़ा, तरुण मारवाह मौजूद रहे।